जम्मू-कश्मीर: निकाय चुनाव पर आतंकी साया, चुनावी मैदान में नहीं उतरे कई प्रत्याशी
कश्मीर में आतंकियों की धमकी के चलते कई कस्बों में इस बार मतदान नहीं होगा।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में होने जा रहे निकाय चुनाव अब तक हुए चुनाव से अलग हैं। आतंकियों की धमकी, अलगाववादियों के चुनाव बहिष्कार के आह्वान और मुख्यधारा के दो प्रमुख राजनीतिक दलों नेशनल कांफ्रेंस व पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के चुनावों में भाग न लेने के फैसले से कश्मीर में कई कस्बों में मतदान नहीं होगा। कई वार्डों में एक भी प्रत्याशी नहीं है तो कई वार्ड में मात्र एक ही प्रत्याशी चुनावी मैदान में है।
अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में पीडीपी का जबरदस्त आधार है। यहां 19 नगर निकाय हैं। कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और माकपा भी इन जिलों में जनाधार रखती है। कांग्रेस और माकपा बेशक मैदान में है, लेकिन उन्हें चुनौती देने वाला कोई प्रत्याशी सामने नहीं है। इसी तरह कुलगाम निकाय के 13 वाडरें में नौ वार्ड में कोई प्रत्याशी नहीं है। चार अन्य वार्डाें में भी केवल एक-एक उम्मीदवार ही चुनाव मैदान में उतरा है। इनमें दो भाजपा के हैं। चारों निर्विरोध निर्वाचित हैं। इसीलिये कुलगाम में मतदान नहीं होगा।
फ्रिसल की 13 वार्डों में भी कोई उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं उतरा है। वहां भी चुनाव नहीं होगा। देवसर की आठ वार्ड में एक-एक उम्मीदवार है, जो निर्विरोध निर्वाचित हैं। यारीपोरा में छह वार्ड में से दो पर एक भी उम्मीदवार सामने नहीं आया है। अन्य दो वार्डों में एक-एक उम्मीदवार है, जो निर्विरोध चुने गए हैं। अनंतनाग, अच्छाबल, बिजबिहाड़ा, कोकरनाग, मटटन, पहलगाम, काजीगुंड, डु़रु वेरीनाग, अशमुकाम और सीर हमदान सहित अन्य 10 निकायों में 139 वार्ड हैं। अच्छाबल के तीन वार्डों में कोई उम्मीदवार नहीं है। पांच वार्ड में एक-एक उम्मीदवार है। वे भी निर्विरोध निर्वाचित हैं। बिजबिहाड़ा के 17 में 12 वाडरें में कोई उम्मीदवार नहीं है। पांच वार्ड में एक-एक उम्मीदवार है। वेरीनाग में 13 सीटों पर 30 उम्मीदवार हैं। पुलवामा के त्रल में चार सीटों पर एक-एक नामांकन आया है। चारों की निर्विरोध जीते हैं। अन्य पर कोई नामांकन नहीं है। पांपोर मे पांच और पुलावाम में तीन लोग निर्वाचित चुने जाएंगे।
उत्तरी कश्मीर के कुंजर नगर निकाय में चुनाव नहीं होने वाला। कुंजर में सात वार्डाें में एक भी प्रत्याशी नहीं है। कुपवाड़ा में 13 में से दो सीटों पर प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए हैं। अन्य 11 वार्डों में 43 प्रत्याशी हैं। हंडवाड़ा में छह वार्ड में उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं। अन्य सात सीटों पर 29 प्रत्याशी। बांडीपोर की 13 में से 12 सीटों पर 40 लोगों ने नामांकन जमा कराए। एक ही वार्ड में एक ही नामांकन जमा कराने वाला प्रत्याशी जीता है। बड़गाम के चाडूरा में 13 में पांच सीटों पर एक नामांकन जमा नहीं हुआ। अन्य आठ सीटों पर एक-एक नामांकन हुआ। यह सभी निर्विरोध चुने गए। खानसाहब में सात सीटों पर एक-एक नामांकन जमा हुआ है। बीरवाह में 13 सीटों में से 12 पर कोई नामांकन नहीं आया है। एक सीट पर एक निर्दलीय का नामांकन आया है। बड़गाम की 13 सीटों में से तीन पर एक भी नामांकन पत्र जमा नहीं हुआ जबकि नौ वार्डो में एक-एक प्रत्याशी ही मैदान में है।
भाजपा के 50 उम्मीदवार निर्विरोध जीते
कश्मीर में भाजपा के 50 से अधिक उम्मीदवारों के निर्विरोध जीतने पर कांग्रेस एक्सपोज हो गई है। जमीनी सतह पर कोई आधार न होने के कारण पार्टी कश्मीर के कई हिस्सों में उम्मीदवार नहीं उतार पाई। भारतीय जनता पार्टी के राज्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) अनिल गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस की राज्य के तीनों खित्तों में स्थिति मजबूत होने के दावों का क्या हुआ। सच यह है कि जमीनी सतह पर इस पार्टी के पास उम्मीदवार बनाने के लिए कार्यकर्ता तक नहीं हैं। कांग्रेस अपनी नाकामी को छिपाने के लिए लोगों को गुमराह कर रही है।
कश्मीर में लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए धमकियों की परवाह न करते हुए चुनाव मैदान में उतरे भाजपा उम्मीदवारों को बधाई देते हुए गुप्ता ने कहा कि उनकी पार्टी लोगों को सशक्त बनाना चाहती है। कांग्रेस की कोशिश है कि वह बागी, निर्देलीय उम्मीदवारों से राजनीतिक फायदा उठाए। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रवींद्र शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुए गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस यह कहकर सच से मुंह फेर रही है कि वह उम्मीदवार उतारने के बजाए निर्दलीय उम्मीदवारों को भाजपा को हराने के लिए समर्थन दे रही है।