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35ए संविधान का हिस्सा, इससे छेड़खानी राष्ट्रहित में नहीं : मणिशंकर अय्यर

मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि अनुच्छेद 35ए संविधान का हिस्सा है और इसके साथ किसी भी तरह की छेड़खानी नहीं होनी चाहिए।

By Edited By: Published: Sun, 26 Aug 2018 02:22 AM (IST)Updated: Sun, 26 Aug 2018 08:58 AM (IST)
35ए संविधान का हिस्सा, इससे छेड़खानी राष्ट्रहित में नहीं :  मणिशंकर अय्यर
35ए संविधान का हिस्सा, इससे छेड़खानी राष्ट्रहित में नहीं : मणिशंकर अय्यर
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि अनुच्छेद 35ए संविधान का हिस्सा है और इसके साथ किसी भी तरह की छेड़खानी नहीं होनी चाहिए। सही सोच वाला कोई भी व्यक्ति इसके साथ छेड़खानी के बारे में सोच भी नहीं सकता।

अय्यर सेंटर फॉर पीस एंड प्रोग्रेस नामक संस्था की ओर से आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि 35ए के साथ छेड़खानी का मलतब राष्ट्रीय हितों को नुकसान पहुंचाना है। मैं यह मानता हूं कि कुछ लोग जानबूझकर इस मामले को भड़का रहे हैं। मैं उम्मीद रखता हूं कि सुप्रीम कोर्ट इस विषय में जो भी फैसला देगा, राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए देगा।

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इस संवैधानिक प्रावधान को बनाए रखने की जरूरत है ताकि जम्मू-कश्मीर के लोगों में किसी तरह का डर न रहे कि उनके पास बीते 90 वर्षो से जो सुविधा, अधिकार और हक है, वह कोई छीन रहा है।


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