जम्मू-कश्मीर के बारामूला में लश्कर-ए-तैयबा का एक सहयोगी गिरफ्तार, गैरकानूनी गतिविधियों के तहत केस दर्ज
Jammu and Kashmir News जम्मू-कश्मीर के बारामूला में लश्कर-ए-तैयबा का एक उग्रवादी सहयोगी गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि आर्म्स एक्ट और गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था और जांच की जा रही है।
श्रीनगर, पीटीआई: सुरक्षा बलों ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के एक आतंकवादी सहयोगी को गिरफ्तार किया। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि उत्तरी कश्मीर जिले के चंदूसा इलाके के नागबल गांव में आतंकवादियों की गतिविधि की सूचना पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने श्रंज क्रॉसिंग नागबल में एक मोबाइल वाहन जांच चौकी (एमवीसीपी) स्थापित की।
व्यक्ति ने सुरक्षाकर्मियों को देखकर भागने की कोशिश की
प्रवक्ता ने कहा कि श्रंज से नागबल की ओर आ रहे एक व्यक्ति ने सुरक्षाकर्मियों को देखकर भागने की कोशिश की, लेकिन चतुराई से उसे पकड़ लिया गया। प्रवक्ता ने कहा कि उसके पास से एक ग्रेनेड बरामद किया गया और उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान लारीडूरा चंदूसा निवासी मोहम्मद अशरफ मीर के रूप में हुई है, जो लश्कर के आतंकवादी सहयोगी के रूप में काम कर रहा था।
प्रवक्ता ने आगे कहा कि मीर आत्मसमर्पण कर चुका आतंकवादी है। उन्होंने कहा कि आर्म्स एक्ट और गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था और जांच की जा रही है।
चंदुसा इलाके में करने वाला था हमला
यहां मिली जानकारी के अनुसार, बारामुला पुलिस को अपने तंत्र से पता चला था कि आतंकियों ने नागबल और चंदुसा इलाके में किसी जगह ग्रेनेड हमला करना है। हमले की जिम्मेदारी एक ओवरग्राउंड वर्कर को सौंपी गई है। पुलिस ने आरआर और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर नागबल और उसके साथ सटे इलाकों में नाके लगाए। शरांज चौराहे पर नाका लगाए बैठे जवानों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को आते देखा।
नाका पार्टी इससे पहले कि उसे रोकती, वह नाका देखकर मुढ़ा और वापस भागा। नाके पर तैनात जवानों ने उसका पीछा किया और कुछ ही देर में उसे पकड़ लिया। उसकी तलाशी लेने पर उससे एक ग्रेनेड मिला। उसे उसी समय पकड़कर निकटवर्ती पुलिस स्टेशन लाया गया। उसकी पहचान पूर्व आतंकी मोहम्मद अशरफ मीर के रूप में हुई है। वह चंदुसा के पास स्थित लारीडूरा का रहने वाला है।
पूछताछ में आरोपित ने बताया-
पूछताछ में उसने अपना अपराध कबूल करते हुए बताया कि वह एक पुराना आतंकी है और जेल से रिहा होने के बाद कुछ समय तक सामान्य जीवन जीने के बाद वह लश्कर ए तैयबा के लिए बतौर ओवरग्राउंड वर्कर सक्रिय हो गया। वहवह पट्टन, कंडी, चंदुसा और उसके साथ सटे इलाकों में सक्रिय आतंकियों के लिए सुरक्षित ठिकानों का बंदोबस्त करने के अलावा उनके लिए हथियार भी एक जगह से दूसरी जगह सुरक्षित पहुंचाता है।
उसने बताया कि वह फिर से लश्कर ए तैयबा में बतौर सक्रिय आतंकी शामिल होने जा रहा था। इसके लिए उसके हैंडलर ने किसी भीड़ भरे इलाके में मौका पाकर सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड हमला करने के लिए कहा था ताकि सुरक्षाबलों के साथ साथ आम लोगों को भी नुकसान पहुंचे। जिला एसएसपी बारामुला ने अमोद अशोक नागपुरे ने लश्कर ए तैयबा के एक ओवरग्राउंड वर्कर के पकड़े जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि वह एक ग्रेनेड हमले के लिए मौके की तलाश में था। उसे समय रहते पकड़ लिया गया।