मतदाता सूचियों में नाम न होने विस्थापित कश्मीरी पंडित बिफरे
जागरण संवाददाता, जम्मू : अनंतनाग की कुलगाम सीट पर सोमवार को दूसरे चरण के मतदान में विभिन्न विस्थापित
जागरण संवाददाता, जम्मू : अनंतनाग की कुलगाम सीट पर सोमवार को दूसरे चरण के मतदान में विभिन्न विस्थापित मतदान केंद्रों पर कई कश्मीरी पंडित मतदान करने से वंचित रह गए। कुलगाम में रहने वाले विस्थापित पंडितों के लिए जम्मू के जगटी, पुरखू विस्थापित कैंप व मुटठी में मतदान केंद्र बनाए गए थे। जब वे वोट डालने गए तो उनके नाम मतसूची में नहीं मिले। अन्य मतदान केंद्रों में इस तरह की शिकायतें पंडितों ने कीं। 1990 में कश्मीर से पलायन कर जम्मू में बसे पंडितों के लिए जिले में 21 मतदान केंद्र बनाए गए थे। अनतंनाग ससंदीय सीट के पहले चरण का चुनाव 23 मार्च को हुआ था। उस समय भी काफी संख्या में पंडितों के नाम मतसूची में न होने पर विस्थापितों को प्रदर्शन भी करना पड़ा था। यूथ ऑल इंडिया कश्मीरी समाज के वरिष्ठ नेता अजय सफाया ने बताया कि एम फार्म भरने के बाद भी पंडितों का मतसूची में नाम शामिल नहीं होना साजिश की तरफ इशारा कर रहा है। पुरखू, जगटी व मुट्ठी में अनेकों कश्मीरी वोट नहीं डाल पाए। यह पंडितों के संवैधानिक अधिकारों पर प्रहार है। पूरे मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की जाएगी। उन्होंने मांग की कि मतसूचियों को पुन: दुरुस्त किया जाए ताकि विधानसभा चुनाव के समय पंडितों को परेशानी न हो। गौरतलब है कि संवेदनशील अनंतनाग संसदीय सीट पर तीन चरण में चुनाव करवाए जा रहे हैं। दो चरण पूरे हो चुके हैं। अगला चरण छह मई को पुलवामा-शोपियां में होगा।