कश्मीरी पंडितों के लिए अलग कॉलोनियां नहीं बनेंगी
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : प्रधानमंत्री विशेष पैकेज के तहत रोजगार हासिल करने वाले विस्थापित कश्म
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : प्रधानमंत्री विशेष पैकेज के तहत रोजगार हासिल करने वाले विस्थापित कश्मीरी पंडितों को अब दरबार मूव (सचिवालय) के साथ शिफ्ट होने वाले व अन्य कर्मियों (मूव-नॉन मूव) के बीच ही रहना होगा। अब विस्थापित कश्मीरी पंडितों को किसी अलग जगह आवासीय सुविधा नहीं मिलेगी। उनके लिए ऐसी आवासीय कॉलोनियां विकसित होंगी जहां राज्य सरकार के मूव-नॉन मूव कर्मियों के आवासीय क्वार्टर भी होंगे।
मौजूदा समय में राज्य सरकार कश्मीर में प्रधानमंत्री पैकेज के तहत नौकरी पाने वाले विस्थापित कश्मीरी पंडितों के लिए विभिन्न जिलों में ट्रांजिट आवासीय सुविधा उपलब्ध करा रही है। इन क्वार्टरों में सिर्फ कश्मीरी पंडित ही रहते हैं। अलबत्ता, अब उनके लिए अलग से ट्रांजिट आवासीय सुविधा या कॉलोनी बनाने की प्रक्रिया को राज्य सरकार बंद करने जा रही है। इसका खुलासा सोमवार को लोक निर्माण मंत्री नईम अख्तर ने पीडब्ल्यूडी (पॉवर डेवलपमेंट डिपार्टमेंट), आरएंडबी (रोड एंव बिल्डिंग) व अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों संग राज्य के सीमावर्ती इलाकों में बनाए जाने वाले बंकरों की योजना और विस्थापितों के लिए आवासीय सुविधा निर्माण योजना की समीक्षा करते हुए किया।
नईम अख्तर ने वादी में जारी विकास कार्यो की समीक्षा करते हुए बताया कि विस्थापितों के लिए अलग आवास बनाने के बजाय अब विभिन्न स्थानों पर मिश्रित आवासीय सुविधा विकसित की जाएंगी। इस मिश्रित आवासीय सुविधा में राज्य सरकार के मूव-नॉन मूव कर्मियों के भी क्वार्टर होंगे, जहां वह अपने परिवार संग रह सकेंगे। इससे कश्मीर की सदियों पुरानी सांप्रदायिक सौहार्द और मिलीजुली संस्कृति को बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उन्होंने बताया कि इन मिश्रित आवासीय कॉलोनियों के निर्माण के लिए जगह को भी चिन्हित किया जा चुका है और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट पर काम हो रहा है। इन प्रस्तावित कालोनियों में सामुदायिक भवन, पाíकंग व्यवस्था, पार्क, खेल का मैदान और हरित पट्टियां भी होंगी।
बैठक में मुख्य सचिव बीबी व्यास, प्रधान सचिव गृह आर के गोयल, आयुक्त सचिव आर एंड बी संजीव वर्मा, विकास आयुक्त वर्क्स आरके राजदान, मुख्य अभियंता आरएंडबी जम्मू सुधीर शाह, मुख्य अभियंता आरएंडबी कश्मीर निसार अहमद भट्ट, जम्मू-कश्मीर परियोजना निर्माण निगम (जेकेपीसीसी) के प्रबंध निदेशक निसार अहमद भट्ट व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
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