लगातार चौथे दिन भी बंद रहा कश्मीर
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में शुक्रवार को लगातार चौथे दिन भी अलगाववादियों के बंद और प
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में शुक्रवार को लगातार चौथे दिन भी अलगाववादियों के बंद और प्रदर्शनों के आह्वान के चलते सामान्य जनजीवन ठप रहा। शिक्षण संस्थान बंद रहे। श्रीनगर के सात थाना क्षेत्रों के अलावा बारामुला और अनंतनाग व कुलगाम के विभिन्न हिस्सों में शरारती तत्वों और सुरक्षाबलों में हुई ¨हसक झड़पों में छह लोग जख्मी हो गए। डाउन-टाउन स्थित जामिया मस्जिद में लगातार तीसरे शुक्रवार को भी नमाज ए जुमे नहीं हुई।
गौरतलब है कि ऑल पार्टी हुíरयत कांफ्रंस समेत विभिन्न अलगाववादी संगठनों के साझा मंच ज्वाइंट रेजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) ने सोपोर व अनंतनाग में गत रोज मारे गए छह आतंकियों की मौत के खिलाफ पूरी वादी में सिविल कर्फ्यू लागू करते हुए प्रदर्शन करने का आह्वान किया था। प्रशासन ने कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी, उदारवादी हुíरयत प्रमुख मीरवाइज मौलवी उमर फारूक समेत सभी प्रमुख अलगाववादियों की नजरबंद को जारी रखते हुए विभिन्न इलाकों में निषेधाज्ञा लागू की। नौहट्टा स्थित एतिहासिक जामिया मस्जिद के अलावा वादी की अन्य सभी मस्जिदों में नमाज ए जुममा सामान्य रूप से संपन्न हुई। जामिया मस्जिद के आस-पास के इलाके में प्रशासनिक पाबंदियों के चलते नमाजी मस्जिद में नहीं पहुंच पाए। मीरवाइज जो इसी मस्जिद में हर शुक्रवार को खुतबा अदा करते हैं, नजरबंदी के चलते जामिया मस्जिद में नहीं पहुंच पाए। यह लगातार तीसरा शुक्रवार है, जब जामिया मस्जिद में जुमे की नमाज नहीं हो पाई।
दोपहर को छत्ताबल, बरथना, हैदरपोरा, छन्नपोरा, माच्छवा व पा¨रपोरा और सराईवाला में जेआरएल के आह्वान पर लोगों ने जुलूस निकाले। हालांकि श्रीनगर में स्थिति लगभग शांत रही। रावलपोरा, नटीपोरा और डाउन-टाउन के कुछेक हिस्सों में शाम को शरारती तत्वों ने सुरक्षालों पर पथराव किया। उन्हें खदेड़ने के लिए सुरक्षबालों को लाठियों व पैलेट गन का सहारा लेना पड़ा। दक्षिण कश्मीर के रेडवनी, कुलगाम, अनंतनाग, अरवनी और उत्तरी कश्ीमर के बारामुला व सोपोर में दोपहर को शरारती तत्वों ने जुलूस निकालने का प्रयास कर सुरक्षाबलों पर पथराव किया। हालात पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों ने बल प्रयोग किया जिसमें छह लोग जख्मी हुए हैं। अरवनी, रेडवनी और बारामुला में ¨हसक हुए तत्व गत रोज मुठभेड़ में मारे गए स्थानीय आतंकियों के जनाजे से लौट रहे थे।