Kashmir Rojgar Mela 2023: रोजगार मेले में 110 निजी कंपनियों देंगी तीन हजार युवाओं को रोजगार
रोजगार मेले में प्रदेश प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। मेले को लेकर युवाओं ने भारी उत्साह दिखाया। पहले दिन 542 युवाओं को मौके पर रोजगार मिला। 110 निजी कंपनियों में तीन हजार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। मुख्य सचिव डा. अरुण कुमार मेहता ने कहा कि जम्मू कश्मीर में युवाओं को रोजगार देने की दिशा में बड़े पैमाने पर कदम उठाए जा रहे हैं। सोमवार को श्रीनगर के कश्मीर हाट में रोजगार मेले का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए निजी निवेश को आकर्षित किया जा रहा है। उन्हें स्वरोजगार स्थापित करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है।
प्रदेश प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। मेले को लेकर युवाओं ने भारी उत्साह दिखाया। पहले दिन 542 युवाओं को मौके पर रोजगार मिला। 110 निजी कंपनियों में तीन हजार युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। मुख्य सचिव ने रोजगार मेले के आयोजन के लिए श्रम विभाग की सराहना करते हुए उम्मीद जताई कि युवा इसका लाभ उठाकर अपना भविष्य बेहतर बनाएंगे।
खादी और ग्रामोद्योग रोजगार का बेहतर विकल्प
खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड (केवीआइबी) ने सोमवार को कंडीयाल में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) और जम्मू-कश्मीर ग्रामीण रोजगार सृजन कार्यक्रम (जेकेआरईजीपी) पर एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया। इस दौरान बोर्ड द्वारा कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बार्ड के जिला अधिकारी डा. संदीप कोतवाल ने लोगों से आगे आकर योजनाओं का लाभ लेकर आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया।
उन्होंने आश्वासन दिया कि केवीआइबी महिलाओं और अन्य आकांक्षी उद्यमियों को उनके दरवाजे पर अपनी स्वयं की आय पैदा करने वाली इकाइयां स्थापित करने के लिए सभी प्रकार की सहायता प्रदान करेगा। इस मौके पर कंडियाल के सरपंच राजेश कुमार ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि पीएमईजीपी और जेकेआरईजीपी जैसी स्वरोजगार योजनाएं रोजगार पाने और आय के स्थायी स्रोत पैदा करने के लिए वर्तमान परिदृश्य में सबसे अच्छा विकल्प हैं।
उन्होंने इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ दिलाने की अपील की। वहीं एलडीएम कठुआ, मुख्य प्रबंधक एसबीआइ आरसीसी ने बैंक स्तर पर सरकारी योजनाओं के तहत प्रायोजित मामलों के प्रसंस्करण के बारे में जानकारी दी और समयबद्ध तरीके से ऐसे मामलों के निपटान का आश्वासन दिया। इसके अलावा आरसेटी के निदेशक ने लोगों को विभिन्न शिल्पों के तहत इच्छुक उम्मीदवारों को उनके संस्थान द्वारा मुफ्त में दिए जाने वाले प्रशिक्षण के बारे में जानकारी दी।