कुलगाम में तीसरा आतंकी भी जिंदा पकड़ाया, अभी भी घेरे मे दो आतंकी
आइजीपी ने बताया कि कुंड मे लश्कर व हिज्ब के छह आतंकी आए थे। इनमे से एक मंगलवार को मारा गया और तीन को हमने जिंदा पकड़ लिया।
श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो]। दक्षिण कश्मीर मे पीर पंचाल की पहाडि़यो के बायी तरफ कुंड, काजीगुंड (कुलगाम) मे आतंकियो के खिलाफ जारी अभियान के दौरान सुरक्षाबलो ने तीसरे आतंकी को भी जिंदा दबोच लिया। तीन दिन से जारी अभियान मे अभी भी एक स्थानीय और एक विदेशी आतंकी घेराबंदी मे फंसे हुए है।
आइजीपी कश्मीर मुनीर अहमद खान ने बताया कि कुंड मे लश्कर व हिज्ब के छह आतंकी आए थे। इनमे से एक मंगलवार को मारा गया और तीन को हमने जिंदा पकड़ लिया। हमारी सूचना के मुताबिक, अब वहां दो ही आतंकी बचे है। इनमे एक स्थानीय आतंकी है और दूसरा विदेशी। उम्मीद है कि इन्हे भी जल्द ही जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ लिया जाएगा। उन्होने बताया कि इस अभियान के दौरान हमने जिन तीन आतंकियो को जिंदा पकड़ा वे सभी स्थानीय है। इनमे लश्कर का आतंकी शम्स-उल-विकार उर्फ प्यारा निवासी गंजीपोरा, कुलगाम भी है।
वह छह मई 2007 को मीरबाजार मे पुलिस दल पर हमले मे भी शामिल था। वह लश्कर कमांडर शकूर डार निवासी सोपट कुलगाम का करीबी है और लगभग एक दर्जन वारदातो मे पुलिस को वांछित रहा है। उसके पास से एक असाल्ट राइफल, एक कार्बाइन और एक पिस्तौल बरामद हुई है। आइजीपी ने बताया कि रिंगथ का रहने वाला हिजबुल का आकिब उर्फ अता जो करीब 20 दिन पहले ही आतंकी बना है, उसे मुठभेड़स्थल पर जख्मी हालत मे पकड़ा गया। तीसरा हिजबुल का बिलाल शेख बीती रात मुठभेड़ स्थल के पास पकड़ा गया है। वह रामपोरा का रहने वाला है। इस मुठभेड़ मे एक जवान भी शही हुआ था।
नही तो तड़प-तड़प कर मर जाता अलाा मोहम्मद :
आइजीपी कश्मीर मुनीर अहमद खान ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए तीन आतंकियो मे से आकिब उर्फ अलाा मोहम्मद को अगर सुरक्षाकर्मी समय रहते मुठभेड़स्थल से नही हटाते तो वह वही पर तड़प-तड़प कर मर जाता, क्योकि उसे दो गोलियां लगी हुई थीं। फिलहाल, वह अस्पताल मे उपचाराधीन है।