कश्मीर सामाजिक नहीं सियासी मसला : नेकां
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : प्रमुख विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस ने कश्मीर को एक गैर सियासी मुद्दा करार देन
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : प्रमुख विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस ने कश्मीर को एक गैर सियासी मुद्दा करार देने के लिए सत्ताधारी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी को आड़े हाथ लिया। नेकां महासचिव अली मोहम्मद सागर ने रविवार को कहा कि वित्तमंत्री डॉ. हसीब द्राबू का कश्मीर की समस्या को सियासत के बजाय सामाजिक मसला करार दिया जाना निंदनीय है। यह खुद उनकी पार्टी के घोषित सेल्फ रुल के एजेंडे के खिलाफ है।
अली मोहम्मद ने कहा कि पीडीपी हमेशा ही लोगों को बताती आई है कि कश्मीर एक सियासी मसला है, जिसका हल न निकाले जाने से हजारों लोगों की जान गई है। रियासत तबाही के कगार पर पहुंच गई है। इसके सियासी हल का यकीन दिलाकर ही पीडीपी लोगों से वोट मांगती रही है।
नेकां के प्रांतीय प्रधान नासिर असलम वानी और नेकां प्रवक्ता जुनैद अजीम मटटु की मौजूदगी में अली मोहम्मद ने कहा कि पीडीपी की अध्यक्षा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सत्ता के लिए अपने राजनीतिक एजेंडे को पूरी तरह भुला दिया है। उन्होंने कुर्सी की खातिर रियासत के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हितों से समझौता कर लिया है। वित्तमंत्री ने पिछले दिनों दिल्ली में कश्मीर को एक सामाजिक मसला बताकर पीडीपी की हकीकत को उजागर कर दिया है। इसके बाद लोगों को पीडीपी के मंसूबों पर कोई संदेह नहीं रह जाता।
उन्होंने कहा कि अगर वित्तमंत्री के बयान के मुताबिक कश्मीर सियासी नहीं बल्कि सामाजिक मुद्दा है तो फिर स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद की सियासत और पीडीपी का गठन दोनों ही सवालों के घेरे में आ जाते हैं। आज तक हम यही समझते थे कि पीडीपी की सियासत और मकसद कश्मीर मसले का सियासी हल है। इसलिए वह हमेशा सभी संबंधित पक्षों से बातचीत और सुलह का नारा देती है।
उन्होंने कहा कि हम पीडीपी की झूठी और मौकापरस्त सियासत की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को बताना चाहिए कि क्या वित्तमंत्री डॉ. हसीब द्राबू का एलान सेल्फ रुल के उनके एजेंडे की समाप्ति का संकेत है। पीडीपी तो सेल्फ रुल को ही सर्वोपरि बताती आई है।
नेकां नेता ने कहा कि पीडीपी ने जब वर्ष 2014 में कश्मीरियों के जनादेश के खिलाफ जाकर भाजपा जैसे दल के साथ मिलकर सत्ता संभाली थी तो उसी दिन हमने कह दिया था कि पीडीपी और भाजपा एक ही हैं, दोनों का मकसद एक है। भाजपा ने ही पीडीपी को बनाया है और अब यह सच्चाई साबित हो गई है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जवाब दें कि अगर कश्मीर कोई सियासी मुद्दा नहीं है तो फिर यहां हजारों लोग क्यों मारे गए हैं। यहां क्यों बंदूक, हिंसा और राजनीतिक अस्थिरता का वातावारण है। अगर यह सियासी मुद्दा नहीं है तो फिर क्यों महबूबा मुफ्ती जी आप बार-बार कश्मीर के सियासी हल का लोगों से वादा करती आई हैं।
नेकां महासचिव ने कहा कि वित्तमंत्री ने जो कहा, वह एक तरह से संघ परिवार के एजेंडे के मुताबिक ही कहा है। हम यहां संघ का एजेंडा लागू नहीं होने देंगे, कश्मीर एक सियासी मसला है और नेकां इसके सियासी हल के लए हमेशा प्रयासरत रहेगी।