कुपवाड़ा के युवाओं के लिए खुशखबरी, नियंत्रण रेखा के युवाओं के लिए विशेष भर्ती रैलियां जल्द
गांव की ओर (बैक टू विलेज) कार्यक्रम के तीसरे चरण के तहत उपराज्यपाल सोमवार को मच्छल पंचायत में थे।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा के अग्रिम छोर पर स्थित मच्छल (कुपवाड़ा) के आर्थिक-सामाजिक विकास की उम्मीदें पूरी होती नजर आने लगी हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जम्मू कश्मीर के सबसे पिछड़े इलाकों में शामिल मच्छल व उसके साथ सटे इलाकों के युवाओं के लिए सशस्त्र बलों की जल्द ही विशेष भर्ती रैलियां शुरू होने का भरोसा दिया है। यही नहीं, टेलीफोन सेवा को बेहतर बनाने के लिए पांच मोबाइल टावर इसी माह खड़े किए जाएंगे। कुपवाड़ा जल्द रेल नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। कुपवाड़ा-बारामुला रेल लिक प्रदेश सरकार की प्राथमिकताओं शामिल है। इसका प्रारंभिक सर्वे हो चुका है।
गांव की ओर (बैक टू विलेज) कार्यक्रम के तीसरे चरण के तहत उपराज्यपाल सोमवार को मच्छल पंचायत में थे। यहां उन्होंने कहा कि सरहद पर होने के कारण कुपवाड़ा के लोगों की दिक्कतों को मैं अच्छी तरह समझता हूं। इसलिए वादा करता हूं कि सरकार कुपवाड़ा समेत प्रदेश के हर पिछड़े व दूरदराज के इलाके के समग्र विकास को गति दी जाएगी। उन सभी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दे रहे हैं, जिनमें निवेश के जरिए रोजगार के पर्याप्त अवसर पैदा हों। वह प्रदेश के ग्रामीण इलाकों का पूरी तरह से आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाना चाहते हैं। चैन से नहीं बैठूंगा: उपराज्यपाल ने कहा कि जब तक प्रत्येक गांव में जीवन की सभी मौलिक सुविधाएं उपलब्ध नहीं होंगी, मैं चैन नहीं लूंगा। हमारे पास धन की नहीं, बल्कि योजनाओं के कार्यान्वयन व जागरूकता की कमी है। जम्मू कश्मीर में ग्रामोद्योग के विकास के लिए 200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। जल्द ही 25 हजार करोड़ का और निवेश प्राप्त करने जा रहे हैं। अखरोट व सेब प्रसंस्करण के कलस्टर बनेगा: उपराज्यपाल ने जिला प्रशासन और पंचायतों को जिले में अखरोट व सेब प्रसंस्करण के कलस्टर तैयार करने की योजना बनाने का निर्देश दिया। यहां 50 हजार टन अखरोट व तीन लाख टन सेब पैदा होता है। अखरोट प्रसंस्करण की 10 लाख रुपये से तैयार होने वाली एक इकाई कम से कम 25 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार देगी। इनकी स्थापना के लिए सरकार कुल निवेश का 50 प्रतिशत देगी। प्रशिक्षण पर ध्यान देना होगा: स्वरोजगार को बढ़ाने के लिए परंपरागत हस्तशिल्प के प्रशिक्षण पर ध्यान देना होगा। बीते तीन माह में 122 लड़कियों समेत 246 युवाओं को ग्राम उद्यमशीलता के तहत प्रशिक्षित किया गया है। कुपवाड़ा आकांक्षी जिलों की श्रेणी में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिलों में एक है। 1099 नए कार्य चिन्हित: उपराज्यपाल ने कुपवाड़ा जिले में गांव की ओर कार्यक्रम के पहले दो चरणो में चिन्हित 561 कार्यो को पूरा करने और तीसरे चरण में 1099 नए कार्य चिन्हित करने के लिए पंचायत प्रतिनिधियों व प्रशासनिक अधिकारियों की तारीफ की। जिले में सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत भी 162 काम पूरे किए गए हैं। उन्होंने जलसंकट से निपटने के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले वाटरपंप उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। रोजगार उत्सव का सुझाव: उपराज्यपाल ने अगले जन अभियान के तहत रोजगार उत्सव के आयोजन का सुझाव दिया है। इनमें हुनरमंद युवाओं के विचार आदान-प्रदान होंगे। विभाग भी आवश्यक डाटा जुटा सकेंगे, जो नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में सहायक होगा। उन्होंने त्रेहगाम और पुंजवा के आबिद रसूल व नादिया बेग को यूपीएससी की परीक्षा में सफल होने पर बधाई दी। उन्होंने बताया कि अत्याधुनिक ई-लायब्रेरी और रीडिग रूम भी युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करेगा। पता करें, पढ़ाई क्यों छोड़ रहे बच्चे: उपराज्यपाल ने कुपवाड़ा जिला उपायुक्त व शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को जिले में सेकेंडरी स्कूल स्तर पर छात्रों के पढ़ाई छोड़ने की बढ़ती दर का पता लगाने का निर्देश दिया। इसे कम करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंचायत का स्थानीय प्राथमिकताओं के आधार पर स्पोर्ट्स किट दी गई हैं। कुपवाड़ा में तीन इंडोर स्टेडियम बनाए गए हैं। 385 में से 341 खेल मैदान भी बनाए जा चुके हैं।