Jammu kashmir Encounter: कुलगाम मुठभेड़ स्थल से आतंकी फरार, गांव में सर्च ऑपरेशन जारी
जम्मू-कश्मीर के जिला कुलगाम के गांव यमरच में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच जारी मुठभेड़ फिलहाल थम गई है।
श्रीनगर, जेएनएन । Jammu Kashmir Encounter: जम्मू-कश्मीर के जिला कुलगाम के गांव यमरच में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच जारी मुठभेड़ फिलहाल थम गई है। आतंकवादी मुठभेड़ स्थल से निकल भागे हैं। हालांकि सुरक्षाबलों का कहना है कि उन्होंने रात से ही पूरे गांव की घेराबंदी कर रखी है। इसलिए आतंकवादियों का गांव से बाहर निकलना संभव नहीं है। वे अभी भी गांव में ही किसी घर में छिपे हुए हैं। इन आतंकवादियों की संख्या दो से तीन बताई जा रही है। उन्हें एक बार फिर तलाशने के लिए सुरक्षाबलों ने घर-घर की तलाशी लेना शुरू किया है। एहतियात के तौर पर कुलगाम में प्रशासन ने इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि कुलगाम के गांव यमरच में आतंकियों की मौजूदगी की खबर उन्हें गत बुधवार रात को मिली थी। सूचना मिलते ही एसओजी, सेना की 34 आरआर बटालियन, सीआरपीएफ के जवानों ने सबसे पहले गांव की घेराबंदी की और उसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया। गांव में किसी घर में छिपे आतंकवादियों ने जब सुरक्षाबलों को अपने नजदीक आता पाया तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी। अंधेरा हो जाने पर गोलीबारी थम गइ। रात साढ़ बारह और एक बजे के बीच आतंकवादियों ने एक बार फिर सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू की परंतु आंधे घंटे के बाद वह फिर से थम गइ।
आज सुबह भी सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच करीब एक घंटे तक गोलीबारी चली परंतु उसके बाद फिर गोलीबारी थम गइ। जब आतंकवादियों की और से काफी देर तक कोइ जवाबी कार्रवाई नहीं हुइ तो मुठभेड़ स्थल पर तलाशी अभियान शुरू किया गया, आतंकी वहां मौजूद नहीं थे।
हालांकि सुरक्षाबलों का कहना है कि आतंकी अभी भी गांव में ही छिपे हुए हैं। तलाशी अभियान में शरारती तत्व खलल न डाले इसके लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों के दल भी बुला लिया है। इस समय गांव में घर-घर तलाशी ली जा रही है। फिलहाल किसी आतंकी मुठभेड़ शुरू होने की सूचना नहीं है।
बता दें कि पिछले कई दिनों से कश्मीर में सुरक्षाबलों और पुलिस के बीच मुठभेड़ चल रही है। सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार को अवंतीपुरा पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। मंगलवार को भी जैश के कुछ आतंकी गिरफ्तार किए गए थे। शबीर अहमद पारे, शिराज अहमद डार, शफत अहमद मीर और इशफाक अहमद शाह। चारों पर आरोप है कि इन्होंने जैश के सक्रिय आतंकियों को रहने, खाने-पीने में मदद पहुंचाई। त्राल के जंगलों में टिके आतंकियों को इन लोगों ने मदद पहुंचाई। इनके पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया।
देर रात से मुठभेड़ आरंभ
दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों और आतंकियों में बुधवार आधी रात के बाद मुठभेड़ आरंभ हो गई है। इस दौरान मौके पर दो से तीन आतंकियों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। सूत्रों ने बताया कि सूचना के आधार पर सेना की 34 आरआर, सीआरपीएफ और पुलिस ने कुलगाम में तलाशी अभियान चलाया। आधी रात के करीब गांव में एक घर में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी मोर्चा संभाल लिया। देर रात तक दोनों ओर से फायरिंग जारी थी।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में भी देर रात स्थानीय लोगों ने जंगल में हथियारों से लैस कुछ संदिग्धों को देखा। सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक स्थानीय लोगों ने बानी तहसील के संदरून वन क्षेत्र से कुछ संदिग्धों को गुजरते हुए देखा। इनके पास हथियार भी थे।
पिछले हफ्ते रियाज नायकू मारा गया था
कश्मीर में सुरक्षाबलों ने एक हफ्ते पहले ही आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के टॉप कमांडर रियाज नायकू को मार गिराया था। दो साल से उसका नाम मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में था। वह बीमार मां से मिलने पुलवामा के गांव बेगपोरा आया था। नायकू के मारे जाने के बाद से आतंकवादियों के बीच खलबली मची है। खुफिया एजेंसी के मुताबिक आतंकवादी इसके जवाब में किसी बड़े वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। यही कारण है कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल पहले से ज्यादा सतर्क हैं।