सचिवालय में फाइलें निपटा रही थीं महबूबा
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : भाजपा ने मंगलवार को जिस समय राज्य में गठबंधन से अलग होने का फैसला कि
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : भाजपा ने मंगलवार को जिस समय राज्य में गठबंधन से अलग होने का फैसला किया उस समय मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती सचिवालय में जरूरी फाइलों को निपटा रही थीं। भाजपा के अलग होने की खबर जब उन तक पहुंची तो वह हैरान रह गई। उनके करीबियों की मानें तो मुख्यमंत्री को भाजपा के फैसले की जानकारी सबसे पहले मुख्य सचिव ने ही दी। इसकी पुष्टि खुद राज्यपाल एनएन वोहरा ने उन्हें फोन पर भाजपा के गठबंधन से अलग होने के फैसले से अवगत कराते हुए की। हालांकि, भाजपा द्वारा गठबंधन सरकार से अलग होने की अफवाहें गत शाम से चल रही थी जब भाजपा प्रमुख अमित शाह ने प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेताअओं को दिल्ली तलब किया था। पीडीपी और भाजपा के नेता गठबंधन की समाप्ति की अटकलों को खारिज करते रहे। दोपहर को राजभवन से मुख्य सचिव बीबी व्यास को फोन आया। मुख्य सचिव ने जब फोन उठाया तो दूसरी तरफ राज्यपाल थे। उन्होंने मुख्य सचिव को सारी स्थिति से अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री से बात कराने को कहा। व्यास ने मुख्यमंत्री को भाजपा के फैसले से अवगत कराया और उनकी राज्यपाल से बात कराई। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से बातचीत के बाद कुछ देर चुप्पी साधे रखी। उसके बाद उन्होंने अपने निजी सचिव हशमत अली खान को तलब कर पीडीपी के तीन वरिष्ठ नेताओं को बुलाने के लिए कहा। मुख्यमंत्री के संदेश पर सबसे पहले ग्रामीण विकास मंत्री अब्दुल रहमान वीरी और उसके कुछ देर बाद नईम अख्तर पहुंचे। मंत्रियों के साथ बैठक के बाद महबूबा अपने कार्यालय से सीधे अपने घर पहुंची और उसके बाद उन्होंने राज्यपाल को इस्तीफा सौंपा।
भाजपा के गठबंधन से अलग होने की खबर के समय मुख्यमंत्री के कक्ष में मौजूद रहे उत्तरी कश्मीर के पूर्व विधायक ने कहा कि इस खबर से वहां मौजूद हरेक हैरान था। मुख्यमंत्री को भी यकीन नहीं था कि ऐसा हो गया है।