जागरण ब्यूरो, श्रीनगर : अनुच्छेद 370 की बेड़ियों से मुक्ति के बाद जम्मू कश्मीर अब विश्वभर के निवेशकों और उद्योगपतियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनता जा रहा है। पर्यटन, स्वास्थ्य सेवा एवं चिकित्सा, कृषि, मनोरंजन समेत विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए दुनियाभर के पूंजीपति सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में प्रदेश का सबसे बड़ा (पांच लाख वर्ग फुट) शापिंग माल श्रीनगर में बनने जा रहा है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा रविवार को इसका भूमि पूजन करेंगे। इस शापिंग माल को दुबई का एम्मार समूह बना रहा है।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा करेंगे उद्घाटन
सिर्फ यही नहीं, रविवार को श्रीनगर में डल झील के किनारे स्थित शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआइसीसी) में भारत और संयुक्त अरब अमीरात के निवेशकों का एक सम्मेलन (इंडिया-यूएई इनवेस्टर्स मीट) भी होगा। इसका भी उपराज्यपाल मनोज सिन्हा उद्घाटन करेंगे। इस दौरान जम्मू कश्मीर में निवेश को लेकर चर्चा की जाएगी और कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर भी हो सकते हैं। इंडिया-यूएई इनवेस्टर्स मीट को निवदेश के लिए एक बड़ा कदम माना जा रहा है। श्रीनगर के सेमपोरा में बनने जा रहे शापिंग माल में आबु धाबी स्थित लुलु समूह भी एक हायपर मार्किट बनाएगा।
लुलु समूह की पश्चिमी एशयाई देशों में सुपर मार्केट की एक शृंखला है। जनवरी 2022 में रियल इस्टेट क्षेत्र की दुबई की दिग्गज कंपनी एम्मार समूह ने श्रीनगर में एक शापिंग माल के निर्माण के लिए जम्मू कश्मीर सरकार के साथ समझौता किया था। यह समझौता दिसंबर 2021 में हुए रियल इस्टेट शिखर सम्मेलन का एक हिस्सा है। इस सम्मेलन में जम्मू कश्मीर में 19 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव से संबधित 39 एमओयू तय हुए थे। इनमें से 20 एमओयू आवासीय सेक्टर, सात व्यावसायिक सेक्टर में, चार हास्पिटैलिटी और तीन बुनियादी ढांचागत योजनाओं से संबंधित हैं।
जम्मू कश्मीर में 70 हजार करोड़ रुपये के निवेश का रखा है लक्ष्य
अनुच्छेद 370 हटने के बाद लगातर सुधरते हालात के बीच सरकार ने जम्मू कश्मीर में 70 हजार करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा है। इसके लिए कई बड़े समूह के साथ समझौते किए गए हैं। पिछले माह जेएसडब्ल्यू (जिंदल साउथ वेस्ट) समूह ने भी अपना स्टील प्लांट लगाने के लिए पुलवामा में भूमि पूजन किया था। बड़ी संख्या में निवेशक व कंपनियां जम्मू कश्मीर आ रही हैं। इसी माह 14 मार्च को लोकसभा में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राज ने कहा था कि चालू वित्त वर्ष में जनवरी तक जम्मू कश्मीर में 1547 करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है।
यह किसी भी वित्त वर्ष की तुलना में अब तक का सबसे बड़ा निवेश है। उन्होंने यह भी बताया था कि जम्मू कश्मीर सरकार को अब तक 64,058 करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव मिल चुके हैं। बता दें कि जम्मू कश्मीर सरकार ने निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। सिंगल विंडो में ही अब हर काम हो रहा है।