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जामिया मस्जिद साफ किए जाने तक नमाजियों के लिए बंद

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : ग्रीष्मकालीन राजधानी के डाउन-टाउन में शनिवार को पूर्ण हड़ताल रही

By JagranEdited By: Published: Sat, 26 May 2018 08:08 PM (IST)Updated: Sat, 26 May 2018 08:08 PM (IST)
जामिया मस्जिद साफ किए जाने तक नमाजियों के लिए बंद
जामिया मस्जिद साफ किए जाने तक नमाजियों के लिए बंद

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : ग्रीष्मकालीन राजधानी के डाउन-टाउन में शनिवार को पूर्ण हड़ताल रही। कोई भी दुकान नहीं खुली और लोगों ने जामिया मस्जिद परिसर में राज्य सरकार व पुलिस के खिलाफ धरना दिया। मीरवाइज मौलवी उमर फारूक ने धरने पर बैठे लोगों से कहा कि अगर पुलिस ने अपना रवैया नहीं बदला तो यहां होने वाले जनादोलन के लिए वह खुद जिम्मेदार होगी। इस बीच, जामिया मस्जिद को पूरी तरह साफ किए जाने तक आम नमाजियों के लिए बंद कर दिया गया है।

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गौरतलब है कि पिछले दिनों नमाज ए जुम्मा के बाद जामिया मस्जिद और उससे सटे इलाकों में पुलिस व प्रदर्शनकारियों के बीच ¨हसक झड़पें हुई थी। इस दौरान 50 से ज्यादा लोग जख्मी हुए थे। पुलिस द्वारा दागे गए आंसूगैस के कई गोले मस्जिद परिसर में गिरे। पैलेट और लाठियों से जख्मी हुए ¨हसक प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद में शरण ली थी और उनके खून के धब्बे भी कई जगह बिखरे थे। जामिया मस्जिद ट्रेडर्स फेडरेशन ने शुक्रवार की ¨हसा के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए शनिवार को डाउन-टाउन बंद का आह्वान किया था और इसका पूरा असर रहा।

डाउन-टाउन के अंतर्गत नौहट्टा, राजौरीकदल, गोजवारा, बोहरीकदल, ख्वाजा बाजार और उससे सटे इलाकों में सभी दुकानें और अन्य निजी प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रहे। इन इलाकों में वाहनों की आवाजाही नाममात्र रही। करीब तीन हजार दुकानदारों ने जामिया मस्जिद परिसर में आयोजित धरने में हिस्सा लिया। उत्तेजित दुकानदारों ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन ने कई बार आग्रह किया कि वह शुक्रवार को नौहट्टा और उससे सटे इलाकों में नमाज के समय पुलिस या अर्धसैनिकबलों को तैनात न करे क्योंकि उनकी मौजूदगी से कई युवक भड़क जाते हैं। पुलिस नारेबाजी कर रहे युवकों से निपटते हुए जानबूझकर दुकानदारों को पीटती है और उनकी दुकानों में आंसूगैस के गोले दागती है। इससे जामिया मस्जिद और उससे सटे इलाकों में रोजी रोटी कमा रहे दुकानदारों को भारी नुकसान हो रहा है।

मीरवाइज मौलवी उमर फारूक भी इस बीच धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मस्जिद के भीतरी हिस्सों का भी दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जामिया मस्जिद कश्मीर और कश्मीरियों की तहरीक की पहचान है। राज्य सरकार इसे जानबूझकर निशाना बनाने की साजिश जारी रखी हुई है। हमने कई बार पुलिस से कहा है कि वह जामिया मस्जिद से दूर रहे। पिछले दिनों जिस तरह पुलिस ने मस्जिद में दाखिल होकर नमाजियों को पीटा है, वह असहनीय है। अगर प्रशासन ने अपना रवैया नहीं बदला तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। मीरवाइज ने कहा कि जामिया मस्जिद की सफाई की जा रही है क्योंकि वहां कई जगह खून बिखरा पड़ा है। जब तक इसे साफ नहीं किया जाएगा, यह नमाजियों के लिए बंद रहेगी।


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