JKPSI Exam Scam : सब इंस्पेक्टर भर्ती घोटाले में कांस्टेबल, अध्यापक समेत तीन गिरफ्तार, 10 दिन की रिमांड पर लिया
गिरफ्तार आरोपितों में एक जम्मू कश्मीर पुलिस का सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल रमन शर्मा सरकारी अध्यापक जगदीश शर्मा और एक बिचौलिया सुरेश शर्मा है। सुरेश शर्मा कैंक जगीर अखनूर का रहने वाला है जबकि अन्य दो खौड़ के रहने वाले हैं।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : जम्मू कश्मीर पुलिस में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा घोटाले की जांच कर रही सीबीआइ ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपितों से पूछताछ के लिए अदालत से 10 दिन का रिमांड लिया गया है। सीबीआई के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में कुछ और आरोपितों की गिरफ्तार हो सकती है।
संबधित अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों में एक जम्मू कश्मीर पुलिस का सिलेक्शन ग्रेड कांस्टेबल रमन शर्मा, सरकारी अध्यापक जगदीश शर्मा और एक बिचौलिया सुरेश शर्मा है। सुरेश शर्मा कैंक जगीर अखनूर का रहने वाला है जबकि अन्य दो खौड़ के रहने वाले हैं। इन तीनों को सीबीआइ ने मंगलवार 13 सितंबर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। उसी दिन सीबीआइ ने जम्मू, श्रीनगर, अखनूर, दिल्ली,बेंगुलुरु के अलावा हरियाणा के महेंद्रगढ़ और रिवाड़ी में भी छापेमारी की थी।
गिरफ्तार आरोपितों को सीबीआइ ने अदालत में पेश किया और मामले की जानकारी देते हुए उनसे पूछताछ की जरुरत बताते हुए रिमांड प्रापत किया। तीनों को 10 दिन के रिमांड पर लिया गया है। संबधित अधिकारियों ने बताया कि तीनों को औपचारिक रूप से गत वीरवार को गिरफ्तार किया गया। इन तीनों के घरों में सीबीआइ ने मंगलवार को भी तलाशी ली थी।
उन्होंने बताया कि यह तीनों सब इंस्पेक्टर की भर्ती परीक्षा के प्रश्नपत्र को लीक कर, घोटाले को अंहजाम देने वाले रैकेट के सदस्य हैं। प्रश्नपत्र 20 से 30 लाख रूपये में बेचा गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों से उन लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है,जिन्होंने उनसे प्रश्नपत्र खरीदा था। इसके साथ ही उन लोगों के नाम व अन्य जानकारियां जुटाई जा रही हैं, जिन्होंने इन तीन आरोपितों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया था।
जम्मू कश्मीर पुलिस में सब इंस्पेक्टर की 1200 आसामियों के लिए करीब एक लाख लोगों ने आवेदन किया था। भर्ती के लिए लिखित परीक्षा इसी वर्ष मार्च में हुई थी और परिणाम जून में घोषित किया गया था। भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित होते ही इसमें घोटाले के आराेप लगने लगे थे। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने अतिरिक्त मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आरोपों की जांच लिए एक समिति गठित की। जम्मू कश्मीर पुलिस की अपराध शाखा ने भी मामले की जांच की। दोनों ने आरोपों को सही पाया और उसके बाद उपराज्यपाल ने इसे पूरे घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपी।
सीबीआइ ने तीन अगस्त को मामला दर्ज करते हुए 33 लोगों को आरोपित बनाया। इनमें बीएसएफ का एक मेडिकल आफिसर, जम्मू कश्मीर सेवा भर्ती बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन व परीक्षा नियंत्रक के अलावा अनुसचित और सेक्शन आफिसर, जम्मू कश्मीर पुलिस में डीएसपी रैेंक का एक अधिकारी और एक एएसआई व सीआरपीएफ का एक पूर्व अधिकारी, अखनूर स्थित कोचिंग सेंटर का मालिक व प्रबंधक, बेंगलुरु स्थित एक कंपनी व कुछ अन्य लोग शामिल हैं।