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411 करोड़ का केसर मिशन.. 10 साल में अफसर यह नहीं जान पाए कि केसर का रकबा कितना

केसर और कश्मीर - 2011 के आंकड़ों के अनुसार 3715 हेक्टयर में केसर की खेती होती है

By JagranEdited By: Published: Wed, 14 Oct 2020 06:15 AM (IST)Updated: Wed, 14 Oct 2020 06:15 AM (IST)
411 करोड़ का केसर मिशन.. 10 साल में अफसर यह नहीं जान पाए कि केसर का रकबा कितना
411 करोड़ का केसर मिशन.. 10 साल में अफसर यह नहीं जान पाए कि केसर का रकबा कितना

केसर और कश्मीर

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- 2011 के आंकड़ों के अनुसार 3,715 हेक्टयर में केसर की खेती होती है

- करीब 22 हजार परिवार केसर की खेती से जुड़े हैं।

- प्रदेश में 17 टन केसर पैदा होता है और भारत में कुल पैदावार में से ज्यादातर जम्मू कश्मीर में ही होता है।

- दो से पांच लाख रुपये किलो तक बिकता है कश्मीर का केसर

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नवीन नवाज, श्रीनगर

कश्मीर का केसर पूरी दुनिया में पहचान बना चुका है। केसर की खुशबू को और फैलाने के लिए दशकों से योजनाएं बन रही हैं। 411 करोड़ केसर मिशन भी आया पर दस साल में अफसर यह नहीं जान पाए कि केसर का रकबा कितना है। विभाग अभी भी पुराने आंकड़ों पर ही अटका है।

कश्मीर में केसर की खेती मुख्य तौर पर पुलवामा के पांपोर व उससेसटे इलाकों में होती है। इसके अलावा श्रीनगर और बड़गाम के कुछ गांवों में भी केसर की खेती होती है। जम्मू संभाग के किश्तवाड़ में भी केसर की खेती की जाती है।

कृषि विभाग से जुड़े सूत्र स्वीकार करते हैं कि उनके पास ठोस आंकड़ा नहीं है कि बीते 10 बरस में कहां केसर के खेत घटे या बढ़े। उन्होंने बताया कि वर्ष 2010 से पहले कहा जाता था कि घाटी में पांच हजार हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर केसर की खेती होती है। राष्ट्रीय केसर मिशन के सर्वे में सामने आया कि सिर्फ 3715 हेक्टयर में ही केसर की खेती हो रही थी। उस समय केसर का उत्पादन भी 3.13 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर से घटकर 1.88 किलोग्राम रह गया था। उस समय सरकार ने केसर की खेती को प्रोत्साहित करने और किसानों को फिर से केसर की ओर मोड़ने के दावे किए गए। हालांकि किसान किसी बड़ी योजना का इंतजार कर रहे हैं।

पांपोर के तहसीलदार इश्तियाक मोहिउददीन ने कहा कि केसर के खेतों पर भूमाफिया व अतिक्रमणकारियों के कब्जे हैं। काफी जमीन से कब्जे हटाए गए हैं। स्थानीय केसर उत्पादक बिलाल वानी ने कहा कि कुछ लोगों ने अपने खेत बेच दिए तो कुछ जमीन पर भूमाफिया ने कब्जा कर लिया। ऐसे में केसर के रकबे का सही अनुमान मुश्किल है।

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आंकड़ों से अधिक है केसर का रकबा

कृषि निदेशक अल्ताफ अंद्राबी ने बताया कि रिकॉर्ड में जम्मू कश्मीर में 3,715 हेक्टेयर में ही केसर की खेती होती है लेकिन हकीकत में केसर की खेती ज्यादा जमीन पर होती है। यह सर्वे बताता है कि किसान अपनी जमीन पर कितना केसर की खेती कर रहे हैं। इसके अलावा सरकारी जमीन पर भी केसर की खेती हो रही है, उसकी कोई गणना नहीं है।

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पंपोर के दुस्स में बना है केसर पार्क

केसर की खेती को बढ़ावा देने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने राष्ट्रीय केसर मिशन शुरू किया था। वर्ष 2010-2011 में केंद्र सरकार ने 411 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दी थी। मिशन के तहत पंपोर के दुस्स में इंडिया इंटरनेशनल केसर ट्रेड सेंटर (केसर पार्क) नाम से एक व्यापार केंद्र बनाया गया।

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कश्मीरी केसर को मिला जीआइ टैग

कश्मीरी केसर की विशिष्ट पहचान और केसर उत्पादकों के हितों की रक्षा के लिए जियोग्राफीकल इंडिकेशन रजिस्ट्रेशन दिलाने के लिए जम्मू कश्मीर सरकार कई सालों से प्रयासरत थी। कश्मीरी केसर की आड़ में ईरान और स्पेन का केसर बेचा जा रहा था। अब इसी साल कश्मीरी केसर का जीआइ टैग मिल सका है।


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