आतंकियों के निशाने पर थे महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान: ब्रिगेडियर
नियंत्रण रेखा के पार स्थित आतंकी ढांचे के बारे में उन्होंने बताया कि इन घुसपैठियों के मारे जाने से पता चलता है कि गुलाम कश्मीर में आतंकी ट्रेनिंग शिविर चल रहे हैं।
श्रीनगर, [राज्य ब्यूरो] । मच्छल सेक्टर में सोमवार को घुसपैठ करते मारे गए पांच पाकिस्तानी आतंकी जिला कुपवाड़ा के अग्रिम हिस्सों में स्थित कुछ महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए आ रहे थे। बुधवार को मच्छल ब्रिगेड कमांडर ब्रिगेडियर आरके सुरेश ने यह दावा किया।
मच्छल में उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकियों से जो सामान मिला है, उससे उनके विध्वंसकारी इरादों का खुलासा हो जाता है। जो आतंकी कश्मीर में खून-खराबे या भीतरी इलाकों में उथल पुथल मचाने के लिए आते हैं, उनके पास ज्यादा हथियार या राशन नहीं होते। मारे गए आतंकियों के पास से पांच एसाल्ट रायफलों के अलावा भारी मात्रा में यूबीजीएल ग्रेनेड, चार यूबीजी लांचर, फ्लेम थ्रोअर, विभिन्न प्रकार के ग्रेनेड, पाकिस्तान में बनी दवाइयां, डिब्बाबंद खाना, नक्शे, कंपास व जीपीएस मिले हैं। आतंकी भारी मात्रा में युद्घक सामग्री से लैस थे।
ब्रिगेडियर ने बताया कि आतंकियों के पास जो साजो सामान था, वह किसी बड़े और लंबे अभियान पर जाने वाले कमांडो दस्ते के पास ही होता है। इसलिए उनके इरादों का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। नियंत्रण रेखा के पार स्थित आतंकी ढांचे के बारे में उन्होंने बताया कि इन घुसपैठियों के मारे जाने से पता चलता है कि गुलाम कश्मीर में आतंकी ट्रेनिंग शिविर चल रहे हैं।
एलओसी पार स्थित पाकिस्तानी सेना इनकी मदद कर रही है और उसकी निगरानी में ही आतंकियों के लांचिंग पैड सक्रिय हैं। आने वाले दिनों में भी हम घुसपैठ की आशंका को नहीं नकारते हैं, लेकिन हमारे जवान दुश्मन के किसी भी दुस्साहस को नाकाम बनाने में समर्थ हैं।