अब हिज्ब ने कॉलेज में सहशिक्षा बंद करने की दी चेतावनी
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में निकाय चुनावों के बहिष्कार के अपने फरमान की नाकामी से ह
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर में निकाय चुनावों के बहिष्कार के अपने फरमान की नाकामी से हताश आतंकी संगठनों ने अब शिक्षण संस्थानों के तालीबानीकरण की साजिश शुरूकर दी है। हिजबुल मुजाहिदीन ने एक पोस्टर जारी कर दक्षिण कश्मीर में एक कॉलेज प्रिंसिपल को सहशिक्षा बंद करने और कॉलेज परिसर में किसी भी छात्र-छात्राओं के गैर इस्लामिक परिधानों पर रोक लगाने के लिए कहा है।
आतंकी संगठन ने इस फरमान की नाफरमानी पर कॉलेज ¨प्रसिपल को कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी है। यह फरमान दक्षिण कश्मीर में त्राल स्थित सरकारी डिग्री कॉलेज के प्रिंसिपल को एक पोस्टर के जरिये मिला है। हिजबुल मुजाहिदीन के त्राल और उससे सटे इलाकों में सक्रिय स्वयंभू कमांडर हमाद खान की मुहर वाला यह फरमान अंग्रेजी में लिखा है। इसमें शिक्षा की अहमियत का जिक्र करते हुए आतंकी कमांडर ने ¨प्रसीपल से कहा है कि हमें पता है कि छात्रों को अच्छी शिक्षा देना और कॉलेज को अच्छे ढंग से चलाना आप अच्छी तरह जानते हैं, लेकिन यहां कुछ ऐसे मुद्दे भी हैं, जिन्हें अगर आप खुद अपने कॉलेज में लागू करेंगे तो न सिर्फ शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरी होगी बल्कि इस्लाम के लिए भी अच्छा होगा। हमारे मुताबिक इन मुद्दों को वादी के सभी शिक्षण संस्थानों में प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
आतंकी कमांडर ने ¨प्रसीपल से कहा है कि कॉलेज में पढ़ने और पढ़ाने वालों के दिमाग में किसी तरह का शैतान न रहे, कोई बुरा ख्याल न हो, यह तभी होगा जब कॉलेज में लड़के-लड़कियां और पुरुष व महिला स्टाफ एक दूसरे से अलग थलग रहें। लड़के-लड़कियों को अलग-अलग रखा जाए। इसके साथ ही सभी शिक्षण संस्थानों में लड़कियों के लिए हिजाब अनिवार्य हो। पैंट, ट्राउजर, जींस व अन्य गैर इस्लामिक कपड़े प्रतिबंधित होने चाहिए। अगर आपके स्कूल या कॉलेज में बस है तो बस चालक व सहचालक की निगरानी की जाए। जब तक प्रत्येक छात्रा अपने घर में न पहुंच जाएं, तब तक बस में दो टीचर आवश्यक रूप से रहने चाहिए।
आतंकी कमांडर ने अपने इस पोस्टर में लिखा है कि हम वादी के प्रत्येक शिक्षण संस्थान में इस्लामिक तौर तरीके चाहते हैं क्योंकि शिक्षण संस्थानों में ही आप छात्रों को जहां चाहें वहां मोड़ सकते हैं। इसके साथ ही उसने आगे लिखा है कि उम्मीद है कि आप सहयोग करेंगे नहीं तो आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
इस संदर्भ में जब पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने ऐसे किसी पोस्टर या पत्र से इन्कार किया है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि यह किसी की शरारत हो सकती है। हम इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कर रहे हैं।