13 से कश्मीर हाट में हस्तशिल्प व बुनकर मेला
ग्रीष्मकालीन राजधानी में 13 अक्टूबर से हस्तशिल्प मेला शूरू होने जा रहा है। यह मेला नुमायशगाह (कश्मीर हाट) में लगेगा। हस्तशिल्प एवं हथकरघा विभाग ने कोरोना से पैदा हालात में मंदी की मार झेल रहे स्थानीय हस्तशिल्पियों और बुनकरों की मदद के लिए मेले का आयोजन करने का फैसला किया है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : ग्रीष्मकालीन राजधानी में 13 अक्टूबर से हस्तशिल्प मेला शूरू होने जा रहा है। यह मेला नुमायशगाह (कश्मीर हाट) में लगेगा। हस्तशिल्प एवं हथकरघा विभाग ने कोरोना से पैदा हालात में मंदी की मार झेल रहे स्थानीय हस्तशिल्पियों और बुनकरों की मदद के लिए मेले का आयोजन करने का फैसला किया है। अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के बाद यह पहला बड़ा व्यापारिक मेला होगा, जिसमें खरीदार-बिक्रेता एक दूसरे के साथ सीधा संवाद कर सामान का क्रय-विक्रय करेंगे। मेले में बुनकरों व हस्तशिल्पियों को स्टाल लगाने के लिए निशुल्क स्थान उपलब्ध कराया जाएगा।
हस्तशिल्प एवं हथकरघा विभाग के अनुसार मेले में कोरोना संक्रमण से बचाव के सभी उपायों को अपनाना होगा। कोरोना काल में कश्मीर के हस्तशिल्पियों और बुनकरों को काफी नुकसान हुआ है। वह कश्मीर से बाहर अपना सामान पहले की तरह नहीं बेच पाए हैं। बुनकरों के आर्थिक नुकसान को देखते हुए मेले का आयोजन करने का फैसला लिया गया है। विभाग ने
मेले को सफल बनाने के लिए लोगों से आग्रह किया है कि वह ज्यादा से ज्यादा संख्या में आकर मेले का लाभ उठाएं। मेले में उन्हें कश्मीरी दस्तकारी का असली और बढि़या सामान उचित दामों पर मिलेगा। एक पखवाड़े तक चलने वाले इस मेले में हस्तशिल्पियों और बुनकरों के 50 स्टाल लगाए जा रहे हैं। वह इन स्टाल का इस्तेमाल क्रमानुसार करेंगे। मेले में अपने सामान को बेचने के इच्छुक बुनकर और हस्तशिल्पियों से कहा गया है कि वह अपने अपने जिले में विभाग के सह निदेशक से संपर्क कर अपने लिए स्टाल बुक करा सकते हैं। स्टाल पहले आओ-पहले पाओ क आधार पर ही आबंटित किए जाएंगे