गुरेज सेक्टर में आवाजाही पर रोक
जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे क्षेत्रों में अन्य इलाकों के लोगों की आवाजाही पूरी तरह बंद करने का फैसला किया है। नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे बांडीपोर के गुरेज सेक्टर से इसकी शुरुआत हो गई है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : जम्मू कश्मीर प्रशासन ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे क्षेत्रों में अन्य इलाकों के लोगों की आवाजाही पूरी तरह बंद करने का फैसला किया है। नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे बांडीपोर के गुरेज सेक्टर से इसकी शुरुआत हो गई है।
अगले आदेश तक गुरेज सेक्टर में स्थानीय या बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। जम्मू कश्मीर में कोरोना वायरस से संक्रमित 109 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से दो मरीजों की मौत भी हो चुकी है। अन्य 109 मरीजों में जिला बांडीपोर में 20 कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। गुरेज भी बांडीपोर का ही हिस्सा है। सर्दियों में गुरेज का जिला मुख्यालय समेत वादी व देश के अन्य हिस्सों से कोई जमीनी संपर्क नहीं रहता। गुरेज को जिला मुख्यालय बांडीपोर से जोड़ने वाली सड़क बर्फ के कारण पूरी तरह बंद रहती है। गुरेज फिलहाल कोरोना वायरस के संक्रमण से मुक्त है।
जिला उपायुक्त बांडीपोर शहबाज अहमद मिर्जा ने बताया कि मौसम साफ होने लगा है। इसका फायदा उठाकर कई लोग पैदल ही बर्फ के बीच गुरेज की तरफ जाने लगे हैं। इन लोगों से गुरेज में भी यह महामारी फैल सकती है। आपात परिस्थितियों में ही प्रशासनिक अनुमति से गुरेज में स्थानीय या बाहरी नागरिक दाखिल हो सकेगा। गुरेज को बांडीपोर से जोड़ने वाली सड़क पर अगर कोई चलता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने गुरेज सेक्टर के लिए जो कर्फ्यू पास जारी किए हैं, उनको भी तत्काल प्रभाव से रद किया जाता है। अब जिला मजिस्ट्रेट की अनुमति से ही पास जारी होंगे। पुलिस व सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) को सख्त निर्देश दिया गया है कि वह गुरेज-बांडीपोर सड़क पर किसी को भी यात्रा की अनुमति न दे। अगर कोई नजर आता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
मंडलायुक्त कश्मीर के कार्यालय में कार्यरत एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि प्रशासन अब टंगडार व मच्छल सेक्टर समेत उन सभी इलाकों को सील करने जा रहा है, जहां यह संक्रमण नहीं पहुंचा है। कश्मीर में खुलेंगे फीवर क्लीनिक
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: कश्मीर घाटी में ओपीडी सेवा बंद होने से आम लोगों को हो रही परेशानी से निपटने के लिए प्रशासन ने फीवर क्लीनिक स्थापित करने का फैसला किया है। प्रत्येक फीवर क्लीनिक में चार डॉक्टर व अन्य पैरा मेडिकल कर्मी उपलब्ध रहेंगे। इस बीच, श्रीनगर के विभिन्न हिस्सों में क्वारंटाइन केंद्रों में रखे गए 144 लोगों को सोमवार को घरों में भेज दिया गया। श्रीनगर में क्वारंटाइन प्रक्रिया पूरी करने वाले लोगों की संख्या 1722 हो गई है।
मंडलायुक्त कश्मीर पांडुरंग के पोले ने सोमवार को कोविड-19 से पैदा हालात से निपटने की तैयारियों का जायजा लेते हुए फीवर क्लीनिक की स्थापना को हरी झंडी दी। उन्होंने बताया कि विभिन्न जगहों और अस्पतालों में फीवर क्लीनिक बनाए जाएंगे। इनके लिए प्री-फैब्रिकेटिड ढांचों का इस्तेमाल होगा। प्रत्येक फीवर क्लीनिक में चार डॉक्टर व आवश्यक संख्या में पैरा मेडिकल कर्मी तैनात किए जाएंगे। यह पूरी तरह से पर्सनल प्रोटेक्शन किट से लैस होंगे। क्लीनिक में उपचार और मौके पर ही जांच के लिए नमूने जमा करने की भी सुविधा होगी। मंडलायुक्त ने ओल्ड सचिवालय परिसर में बनाए गए नियंत्रण कक्ष का भी जायजा लिया।