श्रीनगर पहुंचे आजाद, पार्टी नेताओं और लोगों से मिले
राज्य ब्यूरो श्रीनगर पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद शुक्रवार को
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद शुक्रवार को चार दिवसीय दौरे पर ग्रीष्मकालीन राजधानी पहुंचे। उन्होंने कोई सियासी बैठक नहीं की, लेकिन उनसे मिलने पहुंचे लोगों में कांग्रेस के कई स्थानीय नेता और कार्यकर्ता शामिल थे। आजाद को सर्वाेच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद ही राज्य के दौरे की अनुमति मिली है।
प्रदेश कांग्रेस के चार वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री के साथ करीब आधा घंटा की एक बैठक की है। इसमें राज्य के मौजूदा हालात और ब्लॉक विकास परिषद के चुनावों से जुड़े मामलों पर कथित तौर पर चर्चा हुई है। बैठक में प्रदेश कांग्रेस एक युवा नेता जो श्रीनगर शहर से ही संबंध रखते हैं, भी उनसे मिलने पहुंचे थे।
जम्मू कश्मीर का केंद्र सरकार द्वारा पुनर्गठन किए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद का यह राज्य का पहला दौरा है। इससे पूर्व उन्होंने आठ, 20 और 24 अगस्त को कश्मीर आने का प्रयास किया था। हर बार उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से ही लौटना पड़ा। उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट पर मौजूद सुरक्षाधिकारियों ने कभी वादी के हालात और कभी उनके आगमन से कानून व्यवस्था की स्थिति का संकट पैदा होने की आशंका का हवाला देते हुए दिल्ली लौटने पर मजबूर किया। इसके बाद उन्होंने सर्वाेच्च न्यायालय में एक याचिका दायर करते हुए कहा कि वह जम्मू कश्मीर के निवासी हैं। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। वह अपने गृह प्रदेश जाकर स्थानीय लोगों को पांच अगस्त के बाद से पेश आ रही दिक्कतों का जायजा लेना चाहते हैं। गत सोमवार को सर्वाेच्च न्यायालय ने उनकी याचिका पर फैसला सुनाते हुए उन्हें जम्मू, श्रीनगर, बारामुला व अनंतनाग का दौरा करने की अनुमति दे दी।
सूत्रों ने बताया कि गुलाम नबी आजाद दोपहर बाद श्रीनगर पहुंचे हैं। एयरपोर्ट से वह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हैदरपोरा स्थित अपने निवास पर पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में उनके समर्थक उनकी आगवानी के लिए खड़े थे। आजाद ने अपने समर्थकों और रिश्तेदारों से मुलाकात करने के बाद श्रीनगर के विभिन्न हिस्सों से मिलने आए विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से बातचीत की। कोई सियासी टिप्पणी नहीं, कहा हालात जानने आए हैं
आजाद ने कश्मीर के मौजूदा हालात पर किसी भी तरह की सियासी टिप्पणी से बचते हुए कहा कि वह यहां सिर्फ हालात का जायजा लेने आए हैं। बीते एक माह से यहां जो लॉकडाउन, बंद और पाबंदियों का दौर चल रहा है, उससे आम लोगों हो रही दिक्कतों को वह जानने के लिए आए हैं। यहां के दस्तकार, शिकारावाले, हाउसबोट मालिक, टैक्सी चालक, दिहाड़ीदार, किसान, छात्र और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि सोमवार तक मिल सकते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं खुद भी वादी के विभिन्न इलाकों में जाऊंगा।