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अलगाववादियों की भाषा न बोलें राजनेता : मलिक

राज्य ब्यूरो श्रीनगर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मुख्यधारा के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं

By JagranEdited By: Published: Sun, 07 Apr 2019 08:06 AM (IST)Updated: Mon, 08 Apr 2019 06:35 AM (IST)
अलगाववादियों की भाषा न बोलें राजनेता : मलिक
अलगाववादियों की भाषा न बोलें राजनेता : मलिक

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मुख्यधारा के विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को ताकीद करते हुए कहा है कि उन्हें अलगाववादियों की भाषा नहीं बोलनी चाहिए। ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिससे राजनीतिक दलों के नेताओं और अलगाववादियों में कोई फर्क ही न रहे। वोट के लिए लोगों में डर पैदा करना सही नहीं है। शनिवार को श्रीनगर के ट्यूलिप गार्डन में राज्यपाल ने धारा 370 और धारा 35-ए पर नेकां, पीडीपी और अन्य दलों के नेताओं की बयानबाजी पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए ये बातें कहीं।

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राज्यपाल ने कहा कि वैसे यह उनका विषय नहीं है, लेकिन उनको समझना चाहिए कि दुनिया बदली हुई है, हिदुस्तान भी बदला हुआ है। इसलिए उनसे हाथ जोड़कर यह अपील जरूर करूंगा कि राजनीतिक बातें हों, चुनाव की बातें हों, लेकिन ऐसी बाते नहीं करनी चाहिए, जिससे यहां अमन को खतरा हो। ऐसी बातें न करें, जिससे आतंकवाद को बढ़ावा मिले। राजनीतिक दलों और अलगाववादियों के बीच जो लाइन है, वह नहीं मिलनी चाहिए।

उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर, सज्जाद गनी लोन व उनके साथियों का नाम लिए बगैर कहा कि सभी लीडर हैं और राजनीतिक दल से जुड़े हैं। सभी की इज्जत है और उनके बिना यहां सिस्टम नहीं है। इसलिए सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील है कि बहुत शांति के साथ अपनी बात रखें और सही भाषा का इस्तेमाल करें।

धारा 370 और 35-ए को भंग किए जाने संबंधी जताई जा रही आशंकाओं के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि अगर-मगर पर कोई बात नहीं होती। मलिक ने कहा कि हालांकि यह उनका विषय नहीं है, लेकिन लोगों में किसी मसले पर आधारहीन डर पैदा कर और भड़काकर वोट लेने के पक्ष में वह कत्तई नहीं हैं।

जम्मू-श्रीनगर हाईवे को दो दिन बंद करने के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि मंडलायुक्त कश्मीर बशीर अहमद खान ने इस बारे में स्थिति स्पष्ट कर दी है। उन्होंने कहा कि वह एक बैठक करेंगे, जिसमें सुरक्षा, हाईवे, इलेक्शन, टूरिज्म समेत विभिन्न मुद्दों पर बातचीत होगी। कश्मीरी अवाम को तकलीफ देने वाला कोई काम नहीं किया जाएगा। जितनी सुरक्षा जरूरी है, उतनी मिलेगी

कांग्रेस, नेकां, पीडीपी की तरफ से सुरक्षा का मुद्दा उठाए जाने के सवाल पर राज्यपाल ने कहा कि सुरक्षा जितनी जरूरी है, वह सभी को दी जाएगी। चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों से लेकर सभी प्रमुख नेताओं व कार्यकताओं की सुरक्षा को यकीनी बनाया जाएगा। मलिक ने बताया कि नेकां व पीडीपी के नेताओं से फोन पर बात की है और उनसे कहा है कि वह अपने लोगों की सूची भेजें, जिन्हें सुरक्षा चाहिए। चुनाव में लोगों की भागीदारी पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि सुरक्षित और विश्वासपूर्ण माहौल में चुनाव होंगे। चुनाव में लोगो की भागीदारी भी खूब होगी।


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