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सत्यपाल मलिक ने कहा इंटरनेट आतंकियों के लिए अहम हथियार, हमारे लिए हर कश्मीरी की जान कीमती

राज्यपाल ने हसंते हुए कहा कि मौत भी कभी छुपाई जा सकती है। कश्मीर में पाबंदियां यहां शांति कायम रखने के लिए लगाई गई हैं। यह काफी हद तक सफल भी साबित हुई हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Wed, 28 Aug 2019 06:06 PM (IST)Updated: Wed, 28 Aug 2019 06:06 PM (IST)
सत्यपाल मलिक ने कहा इंटरनेट आतंकियों के लिए अहम हथियार, हमारे लिए हर कश्मीरी की जान कीमती
सत्यपाल मलिक ने कहा इंटरनेट आतंकियों के लिए अहम हथियार, हमारे लिए हर कश्मीरी की जान कीमती

श्रीनगर, जेएनएन। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने अनुच्छेद 370 हटने, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद सोशल मीडिया पर जारी अफवाहों के बाजार पर बुधवार को विराम लगाते हुए कहा कि इस बीच घाटी में किसी भी आम आदमी की जान नहीं गई है। सोशल मीडिया पर जो भी चल रहा है वह झूठ है। जहां तक घाटी में इंटरनेट को बंद किए जाने की बात है तो वह प्रशासन ने एहतियातन बंद किया है। इंटरनेट बंद होने से सरकार को इतना नुकसान नहीं है परंतु यह सुविधा आतंकवादियों के लिए हथियार के तौर पर काम करेगी। वह यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि हमारे लिए हर कश्मीरी की जान कीमती है।

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राज्यपाल ने यह बात बुधवार को कश्मीर में संवाददाता सम्मेलन के दौरान कही। उन्होंने इस बात पर अफसोस भी जताया कि जब से केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित घोषित किया है, राष्ट्र विरोधी ताकतें, विपक्षी दल कश्मीर में अशांति फैलाने को तुल गई हैं। सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों को आधार बनाते हुए उन पर कटाक्ष किए जा रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि वह इनकी परवाह नहीं करते। उनके लिए इंसानी जान, जम्मू-कश्मीर में शांति अहम है। इसके लिए जो भी जरूरी होगा वह किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर यह भी चल रहा है कि कश्मीर में इन 22 दिनों के दौरान कई लोगों की जाने चली गई परंतु सरकार इसका खुलासा नहीं कर रही है और न ही मीडिया इसकी जानकारी दे रहा है। राज्यपाल ने हसंते हुए कहा कि मौत भी कभी छुपाई जा सकती है। कश्मीर में पाबंदियां यहां शांति कायम रखने के लिए लगाई गई हैं। यह काफी हद तक सफल भी साबित हुई हैं। जहां तक आम जनता की बात है तो उन्हें किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं है। अस्पतालों में दवाइयां पूरी है, निशुल्क इलाज व दवाइयां दी जा रही हैं। कई जगह हिंसक घटनाएं घटित हुई हैं, वहां भी प्रदर्शनकारियों को मामूली चोटे आई हैं। उनका इलाज चल रहा है। अस्पताल में जिस बच्चे की हालत ठीक नहीं थी, मेरे सुझाव पर ही उसे दिल्ली शिफ्ट किया गया है। उन्होंने यह बात भी मानी की पेलेट गन के इस्तेमाल में एक युवक को सिर पर लगी थी परंतु अब वह भी खतरे से बाहर है।

राज्यपाल ने कहा कि सरकार जनता से कोई बात नहीं छिपा रही है। हरेक जानकारी सही दी जा रही है। उन्होंने देश की जनता व राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वह राष्ट्र विरोधी तत्वों की बातों में न आएं। कश्मीर में सब ठीक है। घाटी के 111 थानों में से अभी तक 96 थाना क्षेत्राधिकार से पाबंदियां अटा दी गई है। जल्द ही कश्मीर के हालात सामान्य हो जाएंगे।


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