साफ सफाई का ध्यान रखना धर्म का पालन करना : राज्यपाल
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को स्वच्छता को सुनिश्चित बनाने में आम लोग
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मंगलवार को स्वच्छता को सुनिश्चित बनाने में आम लोगों के सहयोग का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि दुनिया के सभी धर्म और दर्शन समाज, आमजन की स्वच्छता और आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने की महत्ता पर जोर देते हैं। इसलिए साफ सफाई का ध्यान रखकर हम अपने धर्म का भी पालन करते हैं।
उन्होंने शेरे कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र एसकेआइसीसी में स्वच्छता ही सेवा अभियान के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में प्रतिभागियों को सम्मानित करने के बाद अपने संबोधन में यह विचार प्रकट किए।
स्वच्छता ही सेवा अभियान आवास एवं शहरी विकास विभाग ने स्कूल शिक्षा विभाग के साथ मिलकर 15 सितंबर 2018 को स्वच्छ भारत मिशन के चार वर्ष पूरे होने पर आयोजित किए गए समारोहों के तहत चलाया गया। आज इसका समापन हुआ। यह अभियान महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किए जाने वाले समारोहों की शुरुआत का एक हिस्सा है। इस अभियान के दौरान स्वच्छता सेवाओं में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों, स्वयंसेवकों व शिक्षण संस्थानों ने भाग लिया। स्वच्छता अभियान के तहत छात्रों के बीच संभाषण, वाद-विवाद, चित्रकला व नाट्य प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।
राज्यपाल ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अíपत करते हुए कहा कि गांधी जी को साफ सफाई बहुत प्रिय थी। साफ सफाई उनके जीवन का हिस्सा था और गांधीवादी जीवन अपनाने वालों की दिनचर्या का यह अभिन्न अंग है। उनके आश्रम के नियमों के मुताबिक, वहां रहने वालों को अपने शौचालय की खुद साफ सफाई करनी होती थी। वैसे भी दुनिया के सभी धर्म और दर्शन सदैव समाज और आमजन की स्वच्छता और आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाए रखने पर जोर देते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत ने महात्मा गांधी के नेतृत्व में स्वतंत्रता प्राप्त की है, लेकिन एक स्वच्छ भारत का उनका सपना आज भी अधूरा है। उनके इस सपने को पूरा करने के लिए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दो अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया। इस अभियान के तहत दो अक्टूबर 2019 तक देश के हर नागरिक को सैनीटेशन की सुविधा उपलब्ध कराना, खुले में शौच पर रोक लगाना, कचरे का वैज्ञानिक और पर्यावरण के अनुकूल तरीकों से निष्पादन करना और प्रत्येक गांव में सुरक्षित, साफ पेयजल उपलब्ध कराना है। उन्होंने राज्य को शत प्रतिशत खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए राज्य प्रशासन को बधाई देते हुए कहा कि हमारी रियासत ने एक साल पहले ही यह लक्ष्य हासिल किया है। इसके लिए शिक्षा विभाग के प्रयास सराहनीय हैं।
उन्होंने कहा कि स्वच्छता एक स्वस्थ पर्यावरण और व्यक्ति विशेष के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, लेकिन इससे भी ज्यादा जरुरी है कि प्रत्येक व्यक्ति को साफ-सफाई के बारे में पूरी जानकारी हो क्योंकि बहुत से बीमारियां सिर्फ गंदगी के कारण ही फैलती हैं।
राज्यपाल ने समारोह में मौजूद लोगों से विभिन्न मुद्दों के हल के लिए सत्य, अ¨हसा, सत्याग्रह के महात्मा गांधी के आदर्शो का पालन करने और अपने आसपास के माहौल को साफ बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे छोटे-छोटे लेकिन निरंतर उठाए जाने वाले कदम और प्रयास ही हमें बड़े-बड़े लक्ष्य साधने में मदद करते हैं। इसलिए हमें समाज कल्याण के लिए अपने सहयोग के योगदान से परहेज नहीं करना चाहिए।