चार और युवक आतंकी बने
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य प्रशासन और पुलिस की ओर से आतंकी संगठनों में स्थानीय युवकों क
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्य प्रशासन और पुलिस की ओर से आतंकी संगठनों में स्थानीय युवकों की भर्ती में कमी के दावों के बीच बीते एक पखवाड़े में चार और युवक आतंकी बन गए हैं। इनमें से तीन दक्षिण कश्मीर और एक उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा का रहने वाला है। फिलहाल, पुलिस ने इन चार लड़कों के आतंकी बनने की पुष्टि नहीं की है। इस बीच, पुलवामा से दो और छात्रों के लापता होने की सूचना है।
वादी में आतंकी संगठनों में स्थानीय युवकों की संख्या में भर्ती की प्रवृत्ति बीते पांच वर्षो में बढ़ी है। इस साल अब तक 150 से ज्यादा स्थानीय युवक आतंकी बन चुके हैं। इनमें से अधिकांश दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा और शोपियां से संबंध रखते हैं। आतंकी संगठनों में युवकों की भर्ती रोकने के लिए पुलिस, सेना व अन्य सुरक्षा एजेंसियां अभियान चला रही हैं, लेकिन यह भर्ती रुकती नजर नहीं आ रही है।
सूत्रों ने बताया कि बीते एक पखवाड़े में करीब 12 युवक अपने घरों से गायब हुए बताए जाते हैं, लेकिन इनमें से चार के ही आतंकी बनने की पुष्टि हुई है, वह भी सोशल मीडिया पर जारी हथियारों संग उनकी तस्वीरों के आधार पर। उन्होंने बताया कि यह चारों युवक हिजबुल मुजाहिदीन का हिस्सा बने हैं। इनमें से एक उत्तरी कश्मीर में जिला कुपवाड़ा के दारदसुन करालपोरा का रहने वाला एजाज अहमद है। वह हाफिज-ए-कुरान है। आतंकी संगठन ने उसका कोड नाम सलमान फारसी रखा है। वह 28 सितंबर को सक्रिय हुआ है।
अन्य तीन युवकों में जिला शोपियां में वेहील गांव के रहने वाले गुलाम मोहम्मद का बेटा रईस अहमद खान और बंडपोह ठोकरपोरा का यावर मुश्ताक पुत्र मुश्ताक अहमद डार के अलावा अच्छन पलवामा का रहने वाला मोहम्मद रफीक बट पुत्र मोहम्मद अशरफ भी शामिल है।
यह तीनों हिजबुल मुजाहिदीन का हिस्सा बने हें। रईस अहमद 18 सितंबर को आतंकी संगठन में सक्रिय हुआ है। उसका कोड नाम इमाद खान है। वह 12वीं पास है। यावर मुश्ताक बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था और वह खालिद भाई के नाम से 29 सितंबर से आतंकी संगठन में अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। पुलवामा के रहने वाला मोहम्मद रफीक बट 10वीं पास है और हिज्ब के स्थानीय कैडर में उसे सलाहुदीन भाई के नाम से पुकारा जाता है। वह 30 सितंबर को ही आतंकी बना है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इन चारों युवकों की सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल होने का संज्ञान लेते हुए जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही इन युवकों के आतंकी बनने के बारे में पक्के तौर पर कुछ कहा जा सकेगा।
इस बीच, पुलवामा के राजपोरा का रहने वाला बिलाल अहमद मागरे पुत्र अब्दुल हमीद मागरे और रोहमू गांव का रहने वाला सज्जाद अहमद डार पुत्र अब्दुल हमीद डार लापता है। बिलाल मैट्रिक पास है और वह 26 सितंबर से गायब है, जबकि नई दिल्ली स्थित एक कॉलेज में लैब टेक्निशयन की ट्रे¨नग ले रहा सज्जाद वीरवार से लापता है। दोनों युवकों के परिजनों ने उनकी गुमशुदगी के बारे में राजपोरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करते हुए कथित तौर पर उनके आतंकी बनने की आशंका जताई है।