जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर में विकास और रोजगार के बढ़ते कदमों के बीच विदेशी निवेश की योजना धरातल पर उतरने लगी है। रविवार को श्रीनगर के सेमपोरा इलाके में प्रदेश की पहली प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) परियोजना की आधारशिला रख दी गई।

इसके तहत 250 करोड़ रुपये की लागत से एक मेगा मॉल बनेगा। इसकी नींव रखते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसे जम्मू-कश्मीर के लिए ऐतिहासिक दिन बताया। उन्होंने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को आगे बढ़ा रहे हैं। माल ऑफ श्रीनगर का जम्मू-कश्मीर पर परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ेगा।

जम्मू-कश्मीर में आज सब ओर शांति

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आज सब ओर शांति है। हड़ताल के दिन बीत चुके हैं। दुनिया ने पुलवामा, त्राल, शोपियां के लोगों को राष्ट्रीय ध्वज लेकर घरों से बाहर निकलते देखा है। व्यापार की अपार संभावनाओं को अधिकतम करने के लिए यहां सबकुछ है। यह दशक जम्मू-कश्मीर का है।

संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) स्थित एम्मार समूह सेमपोरा श्रीनगर में एक लाख वर्ग फीट क्षेत्र में मेगा माल के लिए 250 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है। एम्मार समूह जम्मू और श्रीनगर में आईटी टावर स्थापित करने में भी निवेश करेगा। इससे माल और समूह द्वारा कुल निवेश 500 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। उपराज्यपाल ने कहा दुबई सरकार के साथ श्रीनगर माल और संबद्ध परियोजनाएं जम्मू-कश्मीर के आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगी। इससे भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों को मजबूत करने में मदद मिलेगी। 

घाटी में निवेश के मिले प्रस्ताव

उपराज्यपाल ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में नई औद्योगिक नीति लागू होने के 22 महीनों के भीतर पांच हजार से अधिक देशी और विदेशी कंपनियों से निवेश प्रस्ताव मिले हैं। हर दिन आठ कंपनियों ने जम्मू-कश्मीर में निवेश की इच्छा व्यक्त की है। प्रदेश में हर दिन एक नया उद्योग चालू हो रहा है। पिछले महीने 45 उद्योगों ने परिचालन शुरू किया है। प्रधानमंत्री पहले ही 38 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं के लिए शिलान्यास समारोह कर चुके हैं।

सवाल उठाने वाले खुद से पूछें

उपराज्यपाल ने कहा कि अगस्त, 2019 के बाद जिन लोगों ने रोजगार पर सवाल उठाया, उन्हें आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि उन्होंने पिछले दशकों में जम्मू-कश्मीर के लिए क्या किया है? आजादी के बाद से 2019 तक यहां केवल 14000 करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश आया। पिछले तीन वर्षों में हमने विभिन्न क्षेत्रों में ज्ञान, भौतिक और डिजिटल कनेक्टिविटी में असाधारण प्रदर्शन किया है।

एक लाख करोड़ से सड़क पर सुरंगों पर हो रहा काम

उपराज्यपाल ने कहा जम्मू-कश्मीर में एक लाख करोड़ रुपये की राजमार्ग और सुरंग परियोजनाएं चल रही हैं। कश्मीर इसी साल रेलमार्ग के माध्यम से कन्याकुमारी से जुड़ जाएगा। जम्मू और श्रीनगर में अंतरराष्ट्रीय उड़ान संपर्क को मजबूत किया गया है।

मील का पत्थर होगी यह परियोजना

एम्मार समूह के सीईओ अमित जैन ने कहा कि श्रीनगर की मॉल परियोजना की क्षमता को लेकर उत्साहित हैं। एम्मार ग्रुप जम्मू में एक और श्रीनगर में एक आईटी टावर विकसित करेगा। श्रीनगर का मेगा मॉल जम्मू-कश्मीर में पहला महत्वपूर्ण प्रत्यक्ष विदेशी निवेश है। एम्मार और मैग्ना वेव्स बिल्डटेक द्वारा लांच किया गया माल 2026 तक चालू होने के लिए तैयार है।

Edited By: Swati Singh