गजाली की हत्या के आरोप में पूर्व आतंकी कमांडर दबोचा
पैसों के लेन-देन को लेकर हुआ था विवाद
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : पुलिस ने जमीयत-ए-अहले हदीस के नेता और पूर्व आतंकी कमांडर अब्दुल गनी डार उर्फ अब्दुल्ला गजाली की हत्या की वारदात की गुत्थी शुक्रवार 24 घंटे के भीतर सुलझा ली। गजाली की हत्या के आरोप में पुलिस ने पूर्व आतंकी को गिरफ्तार किया है। उससे पूछताछ जारी है।
गौरतलब है कि मैसूमा स्थित जमीयत-ए-अहले हदीस मस्जिद में वीरवार को आतंकी संगठन तहरीक उल मुजाहिदीन का पूर्व चीफ कमांडर अब्दुल गनी डार उर्फ अब्दुल्ला गजाली का शव मिला था। हत्या के बाद श्रीनगर समेत पूरी वादी में तनाव पैदा हो गया था। पुलिस ने थाना प्रभारी मैसूमा जहूर के नेतृत्व में टीम बनाई। एसएसपी श्रीनगर हसीब मुगल ने खुद छानबीन की निगरानी शुरू की। थाना प्रभारी मैसूमा जहूर ने बताया कि घटनास्थल से आवश्यक सुराग जमा किए गए। मस्जिद के भीतर व आसपास इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज लिए। शव को सबसे पहले देखने वाले शख्स से पूछताछ की गई। संदिग्ध तत्वों की सूची बनाकर फिर उन्हें तलब कर पूछताछ की। इसी दौरान गुलाम मोहिद्दीन डार निवासी कर्णनगर पर शक हुआ। वह भी एक पुराना आतंकी कमांडर है। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि अब्दुल गनी डार उर्फ गजाली और गुलाम मोहिद्दीन डार के बीच पैसे व कुछ अन्य मुद्दों को लेकर बीते कुछ सालों से विवाद चल रहा था। गत रोज मस्जिद में दोनों के बीच बहस हो गई जो मारपीट में बदल गई थी। इसी दौरान गुलाम मोहिद्दीन के हमले में गजाली की मौत हो गई।