विरोध हुआ तो डॉक्टरों को फूल देने लगी पुलिस
कश्मीर घाटी में बुधवार को पुलिस कर्मियों का एक नया अवतार देखने को मिला। वादी के सभी अस्पतालों के प्रवेश द्वार खड़े होकर पुलिसकर्मियों ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को फूल भेंटकर स्वागत किया। इतना ही नहीं पुलिस अधिकारियों ने डॉक्टरों के सेवाभाव की दिल से सराहना की और उनके मिशन को कामयाब बनाने के लिए सहयोग का संकल्प भी लिया।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : कश्मीर घाटी में बुधवार को पुलिस कर्मियों का एक नया अवतार देखने को मिला। वादी के सभी अस्पतालों के प्रवेश द्वार खड़े होकर पुलिसकर्मियों ने डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को फूल भेंटकर स्वागत किया। इतना ही नहीं, पुलिस अधिकारियों ने डॉक्टरों के सेवाभाव की दिल से सराहना की और उनके मिशन को कामयाब बनाने के लिए सहयोग का संकल्प भी लिया।
घाटी का शायद ही कोई ऐसा अस्पताल बचा हो, जहां पुलिसकर्मियों ने डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों का स्वागत न किया हो। दरअसल, घाटी में बीते कुछ दिनों के दौरान कई जगह प्रशासनिक पाबंदियों को लागू कराने के दौरान पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों के साथ दुर्व्यवहार करने के मामले सामने आए हैं। यहां तक कि एक वरिष्ठ डाक्टर को पुलिस थाने में दिनभर बंद रखा गया। इस पर डॉक्टरों ने मंगलवार को प्रदर्शन भी किया। इस मामले को तूल पकड़ता देख पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और आइजीपी कश्मीर रेंज विजय कुमार खुद आगे आए। उन्होंने पुलिस कर्मियों को निर्देश दिए कि वह इन कोरोना योद्धाओं को हर संभव सहयोग दें। सभी पुलिस अधिकारी अपने कार्याधिकार क्षेत्र में डॉक्टरों व अन्य वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों से लगातार संवाद बनाए रखें। इसके बाद बुधवार सुबह पुलिसकर्मियों का यह सुखद व्यवहार सामने आया। ..और पुलिस अधिकारियों ने सलामी दी
पुलिस अधिकारियों और जवानों ने डॉक्टरों को गुलदस्ते भेंट कर उन्हें सलामी दी। शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा, एसएमएचएस अस्पताल कर्णनगर, ललदेद अस्पताल वजीर बाग, जेएलएनएम अस्पताल रैनावारी श्रीनगर में ही नहीं बारामुला, सोपोर, कुपवाड़ा, हंदवाड़ा, लंगेट, मगाम, बड़गाम, छत्रगाम, शोपियां, कुलगाम, अनंतनाग, पुलवामा, त्राल समेत सभी प्रमुख शहरों और कस्बों के अस्पताल में पुलिस अधिकारी और जवान डॉक्टरों का स्वागत करने के लिए मौजूद रहे। डॉक्टरों के काम की तारीफ की
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हम सभी अच्छी तरह समझते हैं कि डॉक्टर किसी मसीहा से कम नहीं है। मौजूदा हालात में जिस तरह से खुद संक्रमित होने के खतरे की आशंका के बावजूद कोरोना से पीड़ितों का इलाज कर रहे हैं, वह काबिले तारीफ है। पुलिस का हर जवान और अधिकारी डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की दिल से इज्जत करता है, हम उनका पूरा सम्मान करते हैं।
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