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निकाय चुनाव की प्रक्रिया निष्पक्ष, स्वतंत्र व पारदर्शी

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्यपाल प्रशासन ने वीरवार को राज्य में निकाय चुनाव की प्रक्रिया के निष्

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Oct 2018 10:58 PM (IST)Updated: Thu, 11 Oct 2018 10:58 PM (IST)
निकाय चुनाव की प्रक्रिया 
निष्पक्ष, स्वतंत्र व पारदर्शी
निकाय चुनाव की प्रक्रिया निष्पक्ष, स्वतंत्र व पारदर्शी

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : राज्यपाल प्रशासन ने वीरवार को राज्य में निकाय चुनाव की प्रक्रिया के निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी होने का यकीन दिलाते हुए कहा चुनाव परिणाम पूरी तरह जनता के हाथ में हैं। श्रीनगर नगर निगम के मेयर को लेकर राज्यपाल के हवाले से किए जा रहे दावे पूरी तरह बेबुनियाद हैं। राज्यपाल के कथन को गलत तरीके से पेश किया गया है।

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राजभवन के प्रवक्ता ने कहा कि निकाय और पंचायत चुनावों की प्रक्रिया पूरी तरह मुख्य निर्वाचन अधिकारी के नियंत्रण में हैं। वह इन चुनावों को स्वतंत्र और निष्पक्ष माहौल में कराने के लिए जिम्मेदार हैं और वह इस जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं। इसके अलावा श्रीनगर के मेयर का चुनाव श्रीनगर नगर निगम के पार्षदों को ही करना है। राज्यपाल की न चुनाव प्रक्रिया में कोई भूमिका है और न काउंसिलरों या पार्षदों के चयन में। मेयर का चुनाव तो दूर की बात है।

गौरतलब है कि गत दिनों एक न्यूज चैनल के साथ अपने साक्षात्कार में राज्यपाल ने कथित तौर पर कहा था कि श्रीनगर निगम का मेयर विदेश में पढ़ा लिखा एक स्थानीय युवा होगा। उनके इस बयान को नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, पीडीपी ने मुद्दा बनाते हुए कहा था कि जब पहले ही सबकुछ तय है तो फिर चुनाव कराने का औचित्य क्या है। राज्यपाल के इस बयान से कश्मीर में लोगों का चुनाव प्रक्रिया से विश्वास उठ गया है।

वीरवार को राजभवन के प्रवक्ता ने इस मामले पर शुरू हुए विवाद को शांत करने का प्रयास करते हुए कहा कि नई दिल्ली स्थित एक टीवी चैनल तीन दिन पहले राज्यपाल के साक्षात्कार के बाद से साक्षात्कार का एक ही हिस्सा अपने तरीके से पेश कर दावा कर रहा है कि राज्यपाल ने पहले ही श्रीनगर के मेयर पद के लिए उम्मीदवार का चयन कर रखा है, लेकिन यह सच नहीं है। साक्षात्कार के दौरान नेकां और पीडीपी जैसे दलों के चुनाव बहिष्कार को लेकर हुई चर्चा के दौरान राज्यपाल ने कहा था कि मेरी सूचना के मुताबिक दोनो दल अब चुनाव बहिष्कार के अपने फैसले पर अफसोस कर रही हैं क्योंकि श्रीनगर में उन्हे लगता है कि विदेश में पढ़ा लिखा एक युवा मेयर बनने वाला है। अगर वह मेयर बनता है तो इससे इन दोनों दलों में खलबली मच जाएगी। राज्यपाल ने सिर्फ इतना ही कहा है कि उनके पास कुछ उम्मीदवारों के मेयर बनने की संभावना की सूचना है। यह कुछ राजनीतिक दलों को बुरा लगेगा। इस विषय पर मीडिया में भी कुछ समय तक चर्चा होती रही है।

राजभवन के प्रवक्ता ने कहा कि कुछ न्यूज चैनल और मीडिया का एक वर्ग चुनाव प्रक्रिया को शुरू होने से पहले ही उसे धक्का पहुंचाने और नाकाम साबित करने में जुटा हुआ है। इनकी रिपोíटंग पूरी तरह दुराग्रहपूर्ण और पूर्वाग्रही है। यह लोग तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर पेश कर रहे हैं।


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