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China: लद्दाख में मात खाए चीन ने अब गुलाम कश्मीर से भारत को घेरने की चली चाल

LAC एलएसी पर अपने मंसूबों को नाकाम होते देख चीन ने अब गुलाम कश्मीर के रास्ते भारत को घेरने की चाल चली है। गुलाम कश्मीर में वह जमीन से हवा में मार करने में सक्षम एयर मिसाइल बेस स्थापित करने में पाकिस्तानी सेना की मदद कर रहा है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 07 Oct 2020 09:01 PM (IST)Updated: Wed, 07 Oct 2020 09:01 PM (IST)
China: लद्दाख में मात खाए चीन ने अब गुलाम कश्मीर से भारत को घेरने की चली चाल
चीन ने अब गुलाम कश्मीर से भारत को घेरने की चली चाल।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। LAC: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर अपने मंसूबों को नाकाम होते देख चीन ने अब गुलाम कश्मीर के रास्ते भारत को घेरने की चाल चली है। गुलाम कश्मीर में वह जमीन से हवा में मार करने में सक्षम एयर मिसाइल बेस स्थापित करने में पाकिस्तानी सेना की मदद कर रहा है। इसके अलावा चीन के सैनिक भी गुलाम कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ सटे इलाकों में पाकिस्तानी सैनिकों के साथ गश्त में शामिल देखे गए हैं। पाकिस्तान की सेना ने इसी वर्ष मार्च में चीन से अपनी वायुसेना के लिए लोमैड्स (लो-टू-मीडियम आल्टिट्यूड एयर डिफेंस सिस्टम) एलवाई-80 खरीदा है। यह प्रणाली हवा में कम और मध्यम ऊंचाई पर उड़ने वाले जहाजों और मिसाइलों को निशाना बनाने में सक्षम है।

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केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने बीते माह अपनी एक खुफिया रिपोर्ट में बताया कि पाकिस्तानी सेना गुलाम कश्मीर में लासादाना ढोक के पास पौली पीर इलाके में मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली स्थापित कर रही है। इस पूरी परियोजना का खाका चीन के सैन्य अधिकारियों ने तैयार किया है। इसमें इस्तेमाल हो रहे उपकरण भी चीनी सेना ही उपलब्ध करा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, सिर्फ कहने मात्र को यह पाकिस्तानी सेना के लिए है लेकिन जिस तरह से चीनी सैन्य अधिकारी इस परियोजना की देखरेख कर रहे हैं, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि यह चीन अपने लिए तैयार कर रहा है।

चीन के मंसूबों के लिए पाक सेना कर रही मजदूरी

खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तरी कश्मीर में बारामुला जिले के उड़ी सेक्टर में एलओसी के पार गुलाम कश्मीर में चिनारी और चकोटी में भी इसी तरह का एक निर्माण कार्य जारी है। दोनों ही जगहों पर पाकिस्तानी सेना के जवान ही मुख्य तौर पर श्रमिकों की भूमिका में है। गुलाम कश्मीर के श्रमिकों के नाम पर तो करीब 70 लोग ही इन दोनों जगहों पर काम कर रहे हैं। मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए जो नियंत्रण कक्ष बनाया गया है, उसमें में चीनी सेना के सात अधिकारियों के अलावा चीन के पांच इंजीनियर भी तैनात हैं।

गश्त के बहाने भारतीय क्षेत्र की रेकी कर रहा चीन

सूत्रों के मुताबिक, गुलाम कश्मीर में चीनी सैनिकों की संख्या बीते तीन माह के दौरान बढ़ी है। कुपवाड़ा जिले के एलओसी पर स्थित इलाकों के सामने गुलाम कश्मीर के जोढ़ा में पाकिस्तानी और चीनी सैनिकों को सितंबर के अंतिम दिनों में गश्त करते देखा गया है। ऐसा लगता कि जैसे कि चीनी सैनिक एलओसी के साथ सटे इलाकों की रेकी करते हुए वहां के हालात का आकलन कर रहे हों। गुलाम कश्मीर का यह हिस्सा पाकिस्तानी सेना की फोर्स कमांडर नार्दर्न एरिया कमान के अधीन आता है।

लद्दाख में नाकाम से हताश चीन: सैन्य अधिकारी

उत्तरी कमान में तैनात भारतीय सेना के एक अधिकारी ने नाम न छापे जाने की शर्त पर बताया कि हम दो मोर्चों पर लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। चीन और पाकिस्तान की रणनीतिक योजनाओं और मंसूबों का लगातार आकलन किया जाता है। पाकिस्तानी सेना कश्मीर में अपने मंसूबों पर हमेशा नाकाम रही है। पूर्वी लद्दाख में अपनी साजिशों की नाकामी से चीन भी हताश है। वह भारत पर दबाव बनाने की फिराक में पाकिस्तान की मदद कर रहा है।

पाकिस्तान की आड़ में चीन की चाल

भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि एक तरह से चीन का दखल गुलाम कश्मीर में मई के बाद से लगातार बढ़ा है। मार्च में चीन द्वारा पाकिस्तान को लोमैड्स एलवाई-80 प्रदान करना और उसके बाद मई में चीनी अधिकारियों के एक दल का गुलाम कश्मीर का दौरा, उसके साथ ही पूर्वी लद्दाख में चीन की घुसपैठ यह महज संयोग नहीं हो सकता। बीते कुछ दिनों से गुलाम कश्मीर मे चीनी सैनिकों की मौजूदगी भी बढ़ी है और अब वहां मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली स्थापित की जा रही है। पाकिस्तान की मदद की आड़ में चीन अब भारत को घेरने की चाल चल रहा है। 


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