Jammu And Kashmir : एलओसी पर 77 दिनों में 300 बार संघर्ष विराम उल्लंघन, भारत की बड़ी कार्रवाई
Jammu And Kashmir घुसपैठ कराने के साथ जम्मू कश्मीर में अशांति फैलाना है पाकिस्तान का मुख्य मकसद 20 से अधिक लांचिंग पैड और इतने ही ट्रेनिंग कैंप सक्रिय हैं सीमा पार
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने और दुनिया भर में इसे मुद्दा बनाने के बावजूद किसी का साथ न मिलने से हताश पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर 77 दिनों में 300 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। यह गोलाबारी आतंकवादियों की घुसपैठ कराने और जम्मू कश्मीर में उसके इशारे पर काम कर रहे देशविरोधी तत्वों को शह देने के लिए की जा रही है।
पाकिस्तान ने पुंछ और राजौरी में सीमा पार लांचिंग पैडों पर घुसपैठ करवाने के लिए आतंकवादियों को बैठा रखा है। उसकी पूरी कोशिश है कि एलओसी पर बर्फ गिरने से रास्ते बंद होने से पहले ज्यादा से ज्यादा आतंकियों की घुसपैठ कराई जाए। सूत्रों के अनुसार गुलाम कश्मीर में एलओसी पर 20 लांचिंग पैड के साथ इतने ही ट्रेनिंग कैंप भी सक्रिय हैं। इन पर आतंकी घुसपैठ के लिए बैठे हैं। भारतीय सेना सटीक गोलाबारी से इन ट्रेनिंग कैंपों को निशाना बना रही है।
जम्मू कश्मीर में तीन सौ आतंकी सक्रियगत दिनों राज्य पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने माना था कि इस समय जम्मू कश्मीर में करीब 250 से 300 आतंकी सक्रिय हैं।
ये इलाके हैं मुख्य निशाने पर
आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने के लिए इस समय पाकिस्तान एलओसी पर कश्मीर में उड़ी, करनाह व केरन और जम्मू संभाग के राजौरी, पुंछ जिलों में भारी गोलाबारी कर रहा है। फिलहाल, घुसपैठ कराने के लिए वह इन इलाकों में ही अधिक संघर्ष विराम उल्लंघन कर रहा है। इसके अलावा जम्मू संभाग में अंतरराष्ट्रीय सीमा के हीरानगर, सांबा, कानाचक्क में भी आए दिन गोले दाग रहा है।
इस सप्ताह पांच जवान हुए शहीद
भारतीय सेना दुश्मन की गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रही है। इसके बावजूद एक सप्ताह में पाकिस्तान की गोलाबारी में सेना के पांच जवान शहीद हुए हैं। भारतीय सेना ने एक सप्ताह के अंदर ही पाकिस्तान के 15 से अधिक सैनिकों और करीब तीन दर्जन आतंकवादियों को ढेर किया है।
पाक डरा, सीमा से सटे क्षेत्रों में बिछा रहा बारूदी सुरंगें
एक के बाद एक भारतीय सेना के सटीक प्रहारों से सहमा पाकिस्तान नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में बारूदी सुरंगें बिछाने में लगा है। क्योंकि पाक को डर सता रहा है कि कहीं फिर से भारतीय सेना घर (पाक) में घुसकर हमला न कर दे। पाक सेना सीमा पार अपने क्षेत्रों में मोर्चे खोदने के अलावा सरकंडों की साफ-सफाई में जुटा है।
उधर, नीलम घाटी और लीपो घाटी में कार्रवाई के बाद भारतीय सेना जम्मू संभाग में अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर नियंत्रण रेखा तक नजर बनाए हुए है।
सूत्रों के अनुसार इस समय पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पार सक्रियता बढ़ा दी है। ऐसे इलाकों में भी दुश्मन ने सेना की तैनाती बढ़ाई है यहां कम गोलाबारी हो रही है। दुश्मन की हरकतों के आधार पर इधर भी उससे निपटने के लिए तैयारियां हो रही हैं। जम्मू संभाग के कुछ हिस्सों में भारतीय सेना ने भी अपनी तैनाती बढ़ाई है। इसके साथ सीमा पार होने वाली दुश्मन की हर गतिविधियों पर पूरी नजर रखी जा रही है।
पाकिस्तान के डर की एक वजह अंतरराष्ट्रीय सीमा व नियंत्रण रेखा पर सीमा सुरक्षा बल और सेना का उंचा मनोबल भी है। पिछले सात दिन के अंदर भारतीय ने दो बार उसे करारा आघात दिया है। भारतीय सेना से मिल रहे करारे जवाब के बाद पाक सेना इतनी दहशत में आ गई है एलओसी से सटे अपने क्षेत्रों में बारूदी सुरंग बिछा दी हैं। ताकि भारतीय सेना इसे पार न कर सके।
सेना, सीमा सुरक्षा बल इस इंतजार में हैं कि कब उन्हें मौका मिले और वे दुश्मन से हिसाब बराबर कर लें। ऐसे हालात में सेना, सीमा सुरक्षा बल पाकिस्तानी क्षेत्र में हो रही हर गतिविधि पर पैनी नजर रखे हुए हैं। इस समय फील्ड कमांडरों अपने निरंतर दौरे के साथ भारतीय जवानों का मनोबल बढ़ाने के साथ दुश्मन को भी चेतावनी दे रहे हैं। इन दौरों से वे यह भी स्पष्ट कर रहे हैं कि अगर पाकिस्तान सेना कोई दुस्साहस करती है तो उसे कभी न भूलने वाला सबक दिया जाएगा।