एलएसी पर माइनस 35 डिग्री की ठंड में जनरल रावत ने जवानों की थपथपाई पीठ
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर माइनस 35 डिग्री सेल्सियस की ठंड में ऊंची पहाड़ियों पर तैनात भारतीय सेना के जवानों का हौसला देख चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने उनकी पीठ थपथपाई।
राज्य ब्यूरो, जम्मू: पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर माइनस 35 डिग्री सेल्सियस की ठंड में ऊंची पहाड़ियों पर तैनात भारतीय सेना के जवानों का हौसला देख चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने उनकी पीठ थपथपाई। चीन के सामने एलएसी पर तैनात जवानों से उन्होंने कहा कि वह कड़ी सतर्कता व बुलंद हौसले के साथ अपनी मुहिम जारी रखें। अपने बीच जनरल रावत को पाकर जवानों में दुश्मनों को जवाब देने का जोश और बढ़ गया है। जनरल रावत मंगलवार को पूर्वी लद्दाख के जिन दुर्गम इलाकों में पहुंचे, वे सुपर हाई अल्टीट्यूड एरिया की श्रेणी में आते हैं। उन्होंने वहां तैनात सेना के जवानों से बातचीत की और उनके जज्बे की सराहना की। जनरल रावत ऐसे सैनिकों से भी मिले, जिन्होंने पूर्वी लद्दाख के ब्लैक टॉप समेत कुछ चोटियों को अपने कब्जे में लेकर तिरंगा फहराकर भारतीय सेना को रणनीतिक रूप से मजबूत किया है। उन्होंने सेना की उत्तरी कमान के फील्ड कमांडरों से क्षेत्र में सुरक्षा हालात, सेना की ऑपरेशनल तैयारियों और अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने जवानों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए हो रहे प्रयासों के बारे में भी जानकारी ली। लेह में सैन्य अधिकारियों के साथ भी बैठक
जनरल बिपिन रावत ने लेह में सेना के चौदह कोर मुख्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों से बैठक की। इसमें पूर्वी लद्दाख में सेना को मजबूत बनाने की मुहिम पर विचार विमर्श किया। चीफ आफ डिफेंस स्टाफ दोपहर बाद लेह से जम्मू आ गए। जनरल बिपिन रावत दो दिवसीय दौरे पर सोमवार को लद्दाख पहुंचे थे। पहले दिन उन्होंने पूर्वी लद्दाख में सेना के साथ वायुसेना की ऑपरेशनल तैयारियों का भी निरीक्षण किया था। उनके साथ वायुसेना प्रमुख आरके भदौरिया भी पहुंचे थे।