कश्मीर में जेकेएलएफ पर केस दर्ज, मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद, सुरक्षा व्यवस्था बढ़ार्इ
कश्मीर में हालात बिगाड़ने की साजिशों का संज्ञान लेते हुए जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) पर पुलिस ने संगठन पर मामला दर्ज कर लिया है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो । कश्मीर में हालात बिगाड़ने की साजिशों का संज्ञान लेते हुए जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) पर पुलिस ने संगठन पर मामला दर्ज कर लिया है। इस बीच, आज नौ फरवरी को संसद हमले के साजिशकर्ता अफजल गुरू की बरसी के मद्देनजर वादी में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया गया है। मोबाइल इंटरनेट सेवा को एहतियात के तौर पर पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। बनिहाल से कश्मीर के लिए रेल सेवा को भी बंद किया गया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट एक बार फिर कश्मीर में हालात बिगाड़ने और हिंसा फैलाने का प्रयास कर रहा है। संगठन द्वारा बीते कुछ दिनों में विभिन्न बयान जारी कर लोगों को प्रदर्शनों के लिए उकसाया गया है। इसलिए कोठीबाग पुलिस स्टेशन में एफआइआर दर्ज कर ली गई है। जेकेएलएफ की तरफ से बयानबाजी करने वालों की भी निशानदेही की जा रही है। इस बीच, राज्य में विशेषकर घाटी में सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि जैश ए मोहम्मद व अन्य आतंकी संगठन अफजल की बरसी पर कोई बड़ा हमला कर सकते हैं। जेकेएलएफ ने भी कश्मीर बंद का आह्वान कर रखा है। इसलिए प्रशासन ने सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबलों की गश्त बढ़ा दी है। शरारती तत्वों की गतिविधियों की लगातार निगरानी की जा रही है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस व सीआरपीएफ के क्यूएटी और क्यूआरटी दस्ते भी तैनात किए गए हैं। पुलिस के प्रवक्ता का यह भी कहना है कि घाटी में हर हाल में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे बंदोबस्त किए गए हैं। गैर कानूनी संगठन के संदेशों आैर गतिविधियों पर पूरी तरह से नजर रखी जा रही है। हर चौराहों पर सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। सडकों पर दौड रहे इक्का दुक्का वाहनों की तलाशी ली जा रही है।
जेकेएलएफ की आेर से 9 फरवरी को अफजल गुरु आैर 11 फरवरी को मकबूल बट्ट की बरसी को देखते हुए कश्मीर बंद का आह्वान किया गया है। जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के यासीन मलिक को वर्ष 2017 के टेरर फंडिंग मामले में अप्रैल 2019 से ही हिरासत में लिया गया है।