बडगाम में नेकां की हार का जश्न, युवा बोले- '45 वर्षों से पिस रहे थे, जान छुड़ाने में कामयाब हो गए'
बडगाम विधानसभा सीट पर पीडीपी की जीत के बाद युवाओं ने जश्न मनाया। युवाओं ने नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) पर 45 वर्षों तक खोखले वादे करने और विकास न करने का आरोप लगाया। युवाओं ने एकजुट होकर नेकां के खिलाफ अभियान चलाया और उन्हें हराने में सफल रहे। युवाओं का कहना है कि अब बदलाव की जरूरत है।

उपचुनाव में 1,26,025 मतदाताओं ने मतदान किया।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर। बडगाम विधानसभा सीट अंत: पीडीपी ने अपने नाम कर ली है। इस सीट को नेका के पंजों से छुड़ाने के लिए हमने दिन रात एक किए। शुक्र है कि हमारी मेहनत वसूल हो गई और हम नेका से जान छुड़ाने में कामयाब हो गए।
यह कहना है बडगाम के युवाओं का, जो नेशनल कांफ्रेंस के आगा सैयद महमूद की हार का जश्न मनाने के लिए सड़कों पर उतर आए थे। एक स्थानीय युवा सुहैल (बदला हुआ नाम) ने कहा, हम बीते 45 वर्षों से पिस रहे थे।
नेका ने हमें खाली सब्ज बाग दिखाए। ना हमारे जिले की तरक्की के लिए कोई कदम उठाया और ना हम नौजवानों के रोजगार का कोई बंदोबस्त। हमारे सब्र का पैमाना भर चुका था। पिछला साल हुए चुनाव में हमने इस पार्टी को एक आखरी मौका दिया था यह सोच कर कि इस बार यह कुछ अच्छा करेगी, जिले का विकास होगा, लेकिन नहीं।
नेकां ने सिर्फ खोखले वादे किए
इसने आदत के मुताबिक खाली खोखले वादे किए। हमने भी ठान ली कि इस बार उच चुनाव में इस पार्टी का पत्ता काटना है। हम नौजवान एकजुट हुए। कैपेन चलाई नेका के खिलाफ वोट का। नेका ने वादा पूरा नही किया। हमने अपना वादा निभाया। नतीजा आपके सामने।
जुबैर (बदला हुआ नाम) नामक एक और युवक ने कहा, इस बार के चुनाव में राजनीतिक पार्टियां अपने चुनावी अभियान में जुटी रही और हम नौजवान अपने कैंपेन में। हमने नौजवानों को इकट्ठा किया। समझाया कि हमारे साथ जुल्म हो रहा है। हमें इसे खत्म करना है।
एकजुट होकर मिशन चलाया
हमारे नौजवानों ने भी हमारा साथ दिया। एकजुट होकर मिशन चलाया कि वोट अब नेका को नही देना है। नही दिया। हमने वोट नेका को। उसको हराना था। हरा दिया। जरूरी था। अब और अत्याचार नही। अब हम बदलाव चाहते हैं सही में बदलाव। बता देते हैं कि इस उप चुनाव में इस विस क्षेत्र में 1,26,025 मतदाताओं ने अपने मताधिकारों का प्रयोग किया।

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