बडगाम में सियासी गहमागहमी पर लगा विराम; 14 नवंबर को फैसला, 17 उम्मीदवारों की किस्मत का होगा फैसला
बडगाम में चुनाव प्रक्रिया समाप्त हो गई है और अब 14 नवंबर को 17 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। जिले में शांतिपूर्ण मतदान हुआ, जिसमें मतदाताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिला प्रशासन ने मतगणना के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं।

सभी को अब नतीजों का इंतजार है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर। बडगाम क्षेत्र जहां विस उपचुनाव के सिलसिले में बीते काफी समय से राजनीतिक गतिविधियां से गहमागहमी रही,अब शांत पड़ गया है और यह चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार जो मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए अपनी पूरी ताकत चुनाव अभियान में लगा रहे थे, ने अब निगाहें अपनी 14 नवंबर पर टिका दी है जिस दिन उनके राजनीतिक भविष्य का फैसला होगा।
वहीं मतदाता भी बेसब्री से उन उम्मीदवारों जिनके हित में अपने मतदान किए थे,के परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। आपको बता दें कि बडगाम सीट जो मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने गत वर्ष हुए विस चुनाव में अपने नाम की थी,उनके इस सीट को छोड़ने पर यह रिक्त पड़ी हुई थी।
इस सीट पर अपना कब्जा जमाने के लिए 17 उम्मीदवारों जिनमें नेका,पीडीपी व भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों समेत निर्दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं,ने क्षेत्र में जोरदार चुनाव अभियान चलाए और मतदाताओं को अपनी तरफ आकर्षित करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाया।
कल यानी 11 नवंबर को क्षेत्र में उपचनाव आयोजित कराए गए जिसमें 50 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकारों का प्रयोग किया। चुनाव के परिणाम 14 नवंबर को है और उम्मीदवारों जो फिलहाल अपने अपने घरों में चुनावी अभियान की थकन उतार रहे हैं, ने अब अपनी निगाहें चुनाव परिणामों पर टिका दी है।
वहीं मतदाता भी बेसब्री से चुनावी परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे हैं ताकि वह जान सकें कि जिस उम्मीदवार के हित में उन्होंने अपने मतदान किए थे,उनकी सियासी नय्या किनारे लग जाती है या फिर बीच मझधार में ही उनकी किश्ती रुक जाती है।
फारूक सिद्दीक नामक एक स्थानीय युवक ने कहा,हमने अपना वोट अपने जिले की तरक्की के लिए दिया था। देखते हैं कि क्या नतीजा निकलता है शुक्रवार को। सिद्दीक ने कहा, हमने उममीदवारों का सियासी बैकग्राुंड या उसका चेहरा देखकर वोट नही किया।
हमने उनके इस जिले की तरक्की का हमसे किए गए वादे पर उनके हक में वोट किए। क्योंकि हमारा जिला तरक्की व बाकी बुनियादी सहूलियतों के लिहाज से बाकी जिलों से सब से पीछे हैं। हम चाहते हैं कि हमारा यह जिला भी तरक्की करें,आगे बढ़े।
सोनाउल्लाह गनई नामक एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने कहा, डेढ़ महीने से ज्यादा हमने भी चुनावी जलूसों में हिस्सा लिया। नारे लगाए। इस चुनाव को सफल ढंग से आयोजित कराने में पुलिस व जिला प्रशासन का भरपूर साथ दिया।
इस मकसद के साथ कि चुनाव लड़ रहे हमारे इन उम्मीदवारों में से कोई एक उम्मीदवार जीते और हमारे जिले के मुद्दे सुलझाए। शुक्र है कि सब कुछ अच्छे से हो गया। चुनाव अच्छे माहौल में हुए। बस अब हमें नतीजों का इंतजार है। उम्मीद करते हैं कि नतीजा अच्छा होगा और उस उम्मीदवार के हक में होगी जो अपने इस जिले का सही से प्रतिनिध्तव करें।

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