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आज ईद है, पर कोरोना संक्रमण से बचना भी है

बाजारों में लोग पहुंचे जरूर लेकिन खरीदारी बहुत कम हुई संक्रमण के फैलाव से बचाने के लिए सिर्फ जरूरत का सामान ही खरीदा गया ------

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 06:40 AM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 06:40 AM (IST)
आज ईद है, पर कोरोना  संक्रमण से बचना भी है
आज ईद है, पर कोरोना संक्रमण से बचना भी है

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: ईद-उल-जुहा का मुबारक त्योहार शनिवार को है। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के खतरे के मद्देनजर इस बार लोग बड़ी सतर्कता बरत रहे हैं। बाजारों में शुक्रवार को लोग तो काफी संख्या में पहुंचे, लेकिन एहतियातन कम खरीदारी की। गत वर्षो की तरह न तो बेकरी और न ही कुर्बानी के जानवरों की बिक्री हुई। घर की साज सज्जा के सामान के खरीदार भी कम ही मिले। इस बार 25 प्रतिशत से कम कारोबार हुआ है।

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ईद के मद्देनजर प्रशासन ने लॉकडाउन के बावजूद कई जगह लोगों को राहत दे रखी थी। लोग बाजार में आ रहे थे, लेकिन ज्यादा मोलभाव करने के बजाय जरूरत का सामान लेकर जल्द अपने घर लौट रहे थे। कश्मीर की सबसे पुरानी बेकरियों में एक शारजाह बेकरी के मालिक ने कहा कि ईद पर कश्मीर में दो ही चीजें खूब बिकती हैं, बेकरी व गोश्त। कोरोना संक्रमण के डर से लोग इस बार बड़ी सतर्कता बरत रहे हैं। हर दुकान पर 10-12 ग्राहक से अधिक नजर नहीं आ रहे हैं। हालात को भांपकर, वर्ष 2018 की तुलना के मुकाबले इस बार हमने 70 प्रतिशत कम सामान बनवाया है। लालचौक, जहांगीर चौक, राजबाग और ईदगाह में कुर्बानी के जानवरों की मंडियां सजी हुई थी, लेकिन अधिकांश जगह कम ही खरीदार मिले। राजौरी से करीब 150 भेड़ लेकर श्रीनगर आए नियाज चेची ने कहा कि कोरोना के चलते इस बार लोग सतर्क हैं। लोग घरों से बाहर आए हैं, लेकिन कम। उन्होंने 40 भेड़ बेची हैं।

आल कश्मीर होलसेल मटन डीलर्स एसोसिएशन के महासचिव मेहराजुदीन ने कहा कि वर्ष 2018 में 400 करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के कुर्बानी के जानवर बिके थे। इस बार यह 100 करोड़ तक नहीं है। खरीदारों को तलाशना पड़ रहा है। लोग कोरोना के चलते सतर्क हैं। पहले जो लोग छह-सात भेड़ खरीदते थे, इस बार एक-दो ही खरीदे हैं। नहीं बंटेगा गोश्त

अरशद ने कहा कि लोग जागरूक हैं। यहां तक कि असमंजस की स्थिति में हैं कि वह जानवर कुर्बान करें या न करें। कई लोगों ने कुर्बानी के लिए जानवर नहीं लिया है। कुर्बानी का गोश्त बांटना होता है, लॉकडाउन है और कोरोना के संक्रमण का खतरा भी। इसलिए रिश्तेदार भी कुर्बानी का गोश्त लेने से भी बचेंगे। इसलिए शायद ही गोश्त बांटा जाए। इसलिए इस बार ईद सादगी से ही मनेगी। बांडीपोरा छोड़ सभी जिले रेड जोन

कश्मीर संभाग में दस जिले हैं। इनमें बाडीपोरा छोड़ बाकी नौ जिले रेड जोन में हैं। लॉकडाउन भी है। इसलिए लोग घरों में ही रहकर शारीरिक दूरी बनाए रखते हुए ही ईद मनाएंगे।

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