कश्मीर से बंदिशें पूरी तरह हटाने का केंद्र बड़ा प्लान, उमर, महबूबा जैसे नेताओं से हो रही बात
केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में बदली परिस्थितियों में सियासी गतिविधियों को बहाल करने के काम में लगी है। परदे के पीछे संवाद की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर में बदली परिस्थितियों में सियासी गतिविधियों को बहाल करने के काम में लगी है। राज्य के दो प्रमुख राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं से परदे के पीछे संवाद की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ केंद्र के प्रतिनिधिमंडल ने अलग-अलग मुलाकात की है। फिलहाल बातचीत के नतीजे को लेकर कोई तथ्य सामने नहीं आया है। अलबत्ता, संबंधित प्रशासन ने इस मुलाकात पर अनभिज्ञता प्रकट की है। वहीं, नेशनल कांफ्रेंस ने भी ऐसी किसी पहल को नकारा है।
राजनीतिक प्रक्रिया का हिस्सा बनाने की कोशिशें जारी
गौरतलब है कि पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से राज्य में सियासी उथल-पुथल चल रही है। कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी, माकपा समेत कश्मीर केंद्रित सियासत करने वाले मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के सभी वरिष्ठ नेता और प्रमुख कार्यकर्ताओं को एहितयातन हिरासत मे लिया है या फिर उन्हें उनके घरों में नजरबंद किया है। उमर और महबूबा भी हिरासत में हैं।
सूत्रों ने बताया कि राज्य में पैदा नए हालात के बीच केंद्र सरकार जल्द सामान्य स्थिति को बहाल करने के लिए सभी मोर्चो पर काम कर रही है। नेशनल कांफ्रेंस व पीडीपी इसमें मुख्य खिलाड़ी साबित हो सकते हैं। दोनों दलों का राज्य में हालात सामान्य बनाने की प्रक्रिया से बाहर रहना, राजनीतिक गतिरोध का कारण बन भी सकता है। इसलिए केंद्र अपने स्तर पर नेकां और पीडीपी नेताओं के साथ संवाद का हर संभव प्रयास कर रहा है। दोनों को बदली परिस्थितियों में कुछ बदलाव के साथ राजनीतिक प्रक्रिया का हिस्सा बनाने की कोशिशें जारी हैं। वहीं, नेशनल कांफ्रेंस ने बयान जारी कर कहा कि उमर की केंद्र से कश्मीर पर बातचीत प्रक्रिया की खबरें पूरी तरह से निराधार हैं।
विशेष विमान से दिल्ली ले जाया गया
जानकारी के अनुसार, इस प्रक्रिया के तहत बीते दिनों उमर और महबूबा को विशेष विमान के जरिए नई दिल्ली ले जाया गया था। वहीं, उमर और महबूबा के साथ बातचीत की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने व संबंधित औपचारिकताओं की जमीन तैयार करने के लिए केंद्र का विशेष प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को कश्मीर आया था। बताया जाता है कि इसमें कुछ वरिष्ठ खुफिया अधिकारी भी थे। उन्होंने मौजूदा हालात और कश्मीर में भविष्य की राजनीति को ध्यान में रखते हुए दोनों नेताओं से अलग-अलग बैठक की। यह बैठकें दो से तीन घंटे तक चली। प्रतिनिधिमंडल दोनों नेताओं के संदेश को लेकर दिल्ली लौट गया।