कश्मीरी पंडितो की कश्मीर मे बसाने से पहले वहां के हालात को बेहतर बनाया जाएगा
वार्ताकार ने पंडितो के संगठनो को बताया कि उन्हे कश्मीर मे बसाने से पहले वहां के हालात को बेहतर बनाया जाएगा।
जम्मू, [राज्य ब्यूरो] । कश्मीर विस्थापित पंडितों ने केंद्रीय वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा से उनकी घाटी वापसी के लिए सुरक्षित माहौल बनाते हुए वहां होमलैड बनाने, श्रीनगर मे अलग टाउनशिप मे बसाने और उनके लिए विधानसभा की तीन सीटें आरक्षित करने जैसे मुद्दे उठाए।
विस्थापित कश्मीर पंडितों की सुध लेने शुक्रवार को नगरोटा के जगटी माइग्रेट कैप पहुंचे वार्ताकार के समक्ष कश्मीर मे पंडितो को पूरी सुरक्षा देते हुए बसाने के साथ उन्हें अलग राजनीतिक पहचान देने पर भी बल दिया।
विस्थापितो के संगठन कुछ मुद्दो पर एक दूसरे से अलग नजर आए। पनुन कश्मीर ने कश्मीर मे होमलैड बनाने की मांग बुलंद की तो कई संगठनो ने पंडितो के लिए कश्मीर मे समूह बनाने पर जोर दिया। कुल मिलाकर केद्रीय वार्ताकार ने दो घंटे के अपने जगटी दौरे के दौरान कश्मीरी पंडितो के दस प्रतिनिधिमंडलो से भेट कर उनकी मुश्किलों और केद्र से उनकी उम्मीदों के बारे मे जानकारी ली।
पनुन कश्मीर के प्रधान अश्विनी चरंगू ने कहा कि पंडितो को कश्मीर मे समूहो, टाउनशिप मे बसाना उनके दुखो का अंत नही होगा। हम इस पर कायम है कि कश्मीर मे पंडितो के लिए केद्र शासित होमलैड बनाया जाए। पनुन कश्मीर ने अनुच्छेद 370 व 35ए खत्म करने पर जोर देते हुए कहा कि हालात बेहतरी के लिए संविधान के दायरे मे बातचीत होनी चाहिए।
वही, पंडितो के एक प्रतिनिधिमंडल मे शामिल राज्य के पूर्व मुख्य सचिव विजय बकाया ने वार्ताकार को सुझाव दिया कि पंडितो की सुरक्षित वापसी का उचित माहौल बनाने के लिए कश्मीर मे पंडितो के प्रतिनिधियो और कश्मीरी समाज के प्रतिनिधियो के बीच बातचीत की प्रक्रिया शुरू की जाए।
विजय बकाया ने स्पष्ट किया कि पंडितो को कश्मीर मे अलग से समूहो मे बसाया जाए। ऐसा करने से पहले वहां सुरक्षित माहौल होना चाहिए। इसके साथ ही विस्थापित कश्मीर पंडित युवाओ के पुनर्वास की प्रक्रिया को भी तेजी दी जाए।
जगटी टेनमेट कमेटी के चेयरमैन शादी लाल पंडिता ने कश्मीर मे पंडितो के लिए टाउनशिप बनाने का मुद्दा उठाने के साथ जगटी मे क्वार्टरो की मरम्मत और समुदाय की अन्य मुश्किलो को उजागर करने पर जोर दिया। उन्होने कहा कि कश्मीर मे पंडितो के वोटो की कोई अहमियत नही रह गई है। ऐसे मे उन्हे श्रीनगर मे समूहो मे बसाकर उनके लिए आरक्षित विधानसभा सीटे सुनिश्चित की जाएं ताकि वे अपने प्रतिनिधि चुनकर मसले उठा सके।
भाजपा की विस्थापित जिला इकाई के प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर पंडित वेलफेयर बोर्ड बनाने, टेपल बिल पास करवाने, घाटी मे पंडितो को चुन-चुन कर मारने की न्यायिक जांच करवाने के साथ समुदाय की अन्य समस्याएं उजागर की।
इस दौरान वार्ताकार ने पंडितो के संगठनो को बताया कि उन्हे कश्मीर मे बसाने से पहले वहां के हालात को बेहतर बनाया जाएगा।
कश्मीरी पंडितो के मुख्य मुद्दे
- विस्थापित परिवारो को मिलने वाली दस हजार की राशि मे वृद्धि
- कश्मीर मे उनके लिए होमलैड, टाउनशिप
- कश्मीर मे पंडितो को अलग राजनीतिक पहचान दिलाना
- ¨हदू श्राईन बिल पास करवा कर कश्मीर मे मंदिरो का संरक्षण
- कश्मीर पंडित युवाओ का पुनर्वास
- कश्मीर मे पंडितो की संपलिा से कब्जे हटाना
- जगटी मे क्वार्टरो की मरम्मत करना