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Jammu- Kashmir: परीक्षाओं से पहले शिक्षा निदेशालय बच्चों की मदद को आया आगे, तनाव है तो टेलीकाउंसलिंग से पाएं निजात

वार्षिक परीक्षाओं में अब कम समय बचा है। रिवीजन का दौर चल रहा है। विद्यार्थी एग्जाम फीवर से तनाव में न आ जाएं इसके लिए शिक्षा निदेशालय जम्मू उनकी मदद को आगे आया है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 30 Dec 2019 11:11 AM (IST)Updated: Mon, 30 Dec 2019 11:11 AM (IST)
Jammu- Kashmir: परीक्षाओं से पहले शिक्षा निदेशालय बच्चों की मदद को आया आगे, तनाव है तो टेलीकाउंसलिंग से पाएं निजात
Jammu- Kashmir: परीक्षाओं से पहले शिक्षा निदेशालय बच्चों की मदद को आया आगे, तनाव है तो टेलीकाउंसलिंग से पाएं निजात

जम्मू, सुरेंद्र सिंह। वार्षिक परीक्षाओं में अब कम समय बचा है। रिवीजन का दौर चल रहा है। विद्यार्थी एग्जाम फीवर से तनाव में न आ जाएं इसके लिए शिक्षा निदेशालय जम्मू उनकी मदद को आगे आया है। निदेशालय ने टेलीकाउंसलिंग सेवा शुरू की है। इसमें काउंसलर सही मार्गदर्शन कर परेशानी का समाधान बताएंगे।

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टेलीकाउंसलिंग के लिए जारी नंबर 6006800068 पर विद्यार्थी सुबह 10 बजे से शाम साढ़े चार बजे तक काउंसलर से बात कर सकते हैं। विद्यार्थी वर्ग काउंसिलिंग हेल्पलाइन पर परीक्षा, परिणामों को लेकर तनाव, कैरियर, किसी विषय में आ रही मुश्किल, छेड़छाड़ या बाल शोषण के बारे में टेलीकाउंसलिंग पर अपनी समस्या रख सकते हैं जिसका समाधान टेलीकाउंसलर बताएगा।

काउसंलिंग हेल्पलाइन पर बच्चों के अभिभावक और शिक्षक भी संपर्क कर परामर्श ले सकते हैं। अगर अभिभावक या शिक्षक बच्चों में किसी तरह का बदलाव जैसे तनाव, डर, उनमें अपराध की प्रवृत्ति, नशे की आदत, पढ़ाई में मन नहीं लगना जैसे आदि लक्षण देखते हैं तो वे टेलीकाउंसलिंग या शिक्षा निदेशालय में बने काउंसलिंग सेल से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा अगर कोई आमने-सामने काउंसलिंगचाहता है तो काउंसलिंग सेल से संपर्क कर उसके लिए समय ले सकता है। गौरतलब है कि फरवरी से वार्षिक परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी।

बच्चों को किसी तरह का तनाव न हो और उन्हें तनाव से दूर रखा जाए, इसके लिए टेलीकाउंसलिंग हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई है। कुछ बच्चे अपने मन की बात किसी से साझा नहीं कर पाते जो उन्हें अवसाद की ओर ले जाता है। उन बच्चों के लिए यह काउंसलिंग मददगार साबित होगी।

मनोरोग अस्पताल में रोज तीन से चार किशोर काउंसिलिंग के आते हैं। विशेष कर परीक्षाओं के दिनों में तनाव काफी हावी हो जाता है। अभिभावक परीक्षाओं के दिनों में बच्चों पर दबाव में न डालें। डॉ. जगदीश थापा, मनोचिकित्सक 


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