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चेतावनी के बावजूद श्रमिकों का ट्रक कैसे पहुंचा खारदुंगला

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खारदुंगला में हिमस्खलन में सात श्रि

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Jan 2019 09:10 AM (IST)Updated: Sun, 20 Jan 2019 09:10 AM (IST)
चेतावनी के बावजूद श्रमिकों का ट्रक कैसे पहुंचा खारदुंगला
चेतावनी के बावजूद श्रमिकों का ट्रक कैसे पहुंचा खारदुंगला

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित खारदुंगला में हिमस्खलन में सात श्रमिकों की मौत के मामले में लेह जिला प्रशासन ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। जिला उपायुक्त लेह अवनी लवासा ने एक समिति बनाई है, जिसमें सह श्रमायुक्त गुलाम नबी टाक और तहसीलदार गुरमेत नामगयाल को शामिल किया गया है। जांच समिति को निर्देश दिया है कि वह इस बात का पता लगाएं कि भारी हिमपात के बीच रास्ता बंद होने के बावजूद 10 श्रमिकों से लदा वाहन कैसे खारदुंगला पहुंचा। जिला आयुक्त ने इस घटना के लिए दोषी अधिकारियों को भी चिन्हित करने को कहा है। वहीं पुलिस ने भी इस हादसे की अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है।

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एक और शव बरामद :

खारदुंगला टॉप इलाके में हिमस्खलन में लापता लोगों को बचाने में जुटी सेना व अन्य एजेंसियों के राहत दल ने शनिवार को बर्फ में दबे एक और व्यक्ति का शव बरामद किया। इसके साथ ही हिमस्खलन में मरने वालों की संख्या सात हो गई है, जबकि तीन अन्य की तलाश जारी है।

जिला उपायुक्त लेह अवनी लवासा ने बताया कि बचाव कर्मियों ने बर्फ में दबे लोगों का पता लगाने के लिए अपना अभियान सूरज की पहली किरण के साथ शुरू किया। इसमें अत्याधुनिक सेंसरों और खोजी कुत्तों की मदद भी ली गई। करीब तीन घंटे की मेहनत के बाद बचाव कर्मियों ने बर्फ में दबे एक और व्यक्ति को निकाला। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। लगातार बर्फ में दबे रहने से उसकी मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि सातों शव उनके परिजनों के पास जंस्कार पहुंचाने के लिए हेलीकॉप्टर का बंदोबस्त किया गया है। यह अभियान 18 हजार फिट की ऊंचाई पर माइनस 15 डिग्री तापमान में चल रहा है। शनिवार को भी शुक्रवार की तरह करीब 10 घंटे अभियान चला। रविवार सुबह फिर तीन लोगों की तलाश की जाएगी।

गौरतलब है कि शुक्रवार सुबह स्थानीय श्रमिकों का एक दल टिप्पर में सवार होकर कारगिल-लेह हाईवे पर खारदुंगला दर्रे से गुजर रहा था। इसी दौरान अचानक वहां हिमस्खलन हो गया। बर्फ के बड़े-बड़े तोदे टिप्पर पर गिरे, जो उसे अपने साथ करीब सड़क से नीचे 800 मीटर दूर तक ले गए और वाहन व उसमें सवार सभी लोग बर्फ के नीचे दब गए थे। इसके बाद सेना के विशेष बचाव दस्ते ने हेलीकाप्टर की मदद से मौके पर पहुंचकर अभियान शुरू किया, जो जारी है। हिमस्खलन की चेतावनी :

राज्य प्रशासन ने लेह, कारगिल के अलावा कश्मीर घाटी के नौ जिलों व जम्मू संभाग के भी ऊपरी क्षेत्रों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी करते हुए संबंधित प्रशासन को किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए हरदम तैयार रहने को कहा है। स्नो एंड एवलांच स्टडी इस्टेबलिशमेंट (सासे) व राज्य मौसम विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के बाद मंडलायुक्त कश्मीर बसीर अहमद खान ने लेह, करगिल, अनंतनाग, कुलगाम, बड़गाम, बारामुला, कुपवाड़ा, बांडीपोरा, गांदरबल के उच्चपर्वतीय और पहाड़ी ढलानों के साथ सटे इलाकों में अगले 48 घंटों के दौरान पूरी सावधानी बरतने को कहा है। उन्होंने पुलिस, एसडीआरएफ व अन्य संबंधित विभागों को हिमपात व हिमस्खलन से पैदा होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिए। जम्मू संभाग के पुंछ, राजौरी, डोडा व किश्तवाड़ के उच्चपर्वतीय इलाकों में भी अगले चौबीस घंटों के दौरान हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई है।


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