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कश्मीर में विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए अन्य राज्यों के श्रमिकों को आवासीय सुविधा देगा प्रशासन

आतंकियों का निशाना बन रहे अन्य राज्यों के श्रमिकों को राज्य प्रशासन सुरक्षित माहौल और आवासीय सुविधा भी मुहैया करवाएगा ताकि घाटी में विकास योजनाओं को पूरा किया जा सके।

By Preeti jhaEdited By: Published: Sat, 19 Oct 2019 09:16 AM (IST)Updated: Sat, 19 Oct 2019 09:16 AM (IST)
कश्मीर में विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए अन्य राज्यों के श्रमिकों को आवासीय सुविधा देगा प्रशासन
कश्मीर में विकास योजनाओं को पूरा करने के लिए अन्य राज्यों के श्रमिकों को आवासीय सुविधा देगा प्रशासन

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। आतंकियों का निशाना बन रहे अन्य राज्यों के श्रमिकों को राज्य प्रशासन सुरक्षित माहौल और निर्माण स्थलों पर ही आवासीय सुविधा भी मुहैया करवाएगा, ताकि घाटी में लंबित सरकारी विकास योजनाओं को समय रहते पूरा किया जा सके। इसका निर्देश शुक्रवार को मंडलायुक्त कश्मीर बसीर अहमद खान ने जिला श्रीनगर में जारी विकास योजनाओं की मौजूदा हालात पर बैठक में दिया।

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वादी में सुधरते हालात से हताश आतंकियों ने छह दिनों में राजस्थान के ट्रक चालक और सेब व्यापारी की हत्या करने के अलावा छत्तीसगढ़ के श्रमिक को भी मौत के घाट उतारा है। इससे वादी में बाहरी श्रमिकों में भय का माहौल बन गया है। कई घाटी भी छोड़ने लगे हैं।

इससे कश्मीर में जारी विभिन्न विकास योजनाएं भी प्रभावित हो रही हैं। खान ने कहा कि श्रमिकों को इन कायरें को पूरा करने के लिए लाया जाए। उन्हें निर्माण स्थल पर ही रहने व खाने की उचित सुविधा और सुरक्षा दी जाए, ताकि वह बिना किसी डर काम कर सकें।

प्रशासन की हिदायत सुरक्षाबलों के शिविरों में शरण लें ट्रक चालक

पिछले पांच दिनों में कश्मीर में हुई पांच आतंकवादी घटनाओं ने एक बार फिर कश्मीर में दहशत का माहौल व्याप्त कर दिया है। तीन बाहरी लोगों की हत्या और गत रात सेब की पेटियों को आग के हवाले करने की घटना के बाद घाटी में मौजूद बाहरी लोगों व ट्रक चालकों में असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है।

हालांकि राज्य सरकार ने अन्य राज्यों के ट्रक चालकों, श्रमिकों और सेब व्यापारियों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजना शुरू कर दिया है। ट्रक चालकों को सुरक्षाबलों के शिविर में जाने के लिए कहा गया है। इसके अलावा फ्रूट मंडी परिसर में भी ठहरने की हिदायत दी गई है। हाईवे पर भी उन्हें निर्धारित स्थानों पर ही रुकने के लिए कहा गया है। 

श्रमिकों की बस्तियों और फ्रूट मंडियों की सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही अंदरुनी इलाकों की सड़कों पर भी सुरक्षाबलों की गश्त बढ़ा दी गई है। फ्रूट मंडियों, ट्रक अड्डों के आसपास सीआरपीएफ व अन्य केंद्रीय अर्द्धसैनिकबलों को तैनात किया गया है। राज्य प्रशासन ने वादी में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करते हुए उसे नए सिरे से चाक चौबंद किया है। ट्रक चालकों को निर्देश दिया गया है कि अगर कोई वादी के भीतरी इलाके में जाता है तो दिन ढलने से पहले निकल जाएं। अगर रुकना पड़े तो सुरक्षा शिविर में ही शरण लें। 

शोपियां में हैं अन्य राज्यों के करीब पांच सौ ट्रक चालक  कल देर रात आतंकवादियों ने शोपिया फ्रूट मंडी में सेब पेटियों में आग लगा दी। हालांकि इस घटना में किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ। सूत्रों की मानें तो सिर्फ जिला शोपियां में ही इस समय अन्य राज्यों के करीब पांच सौ ट्रक चालक हैं। इन्हें बस स्टैंड, फ्रूट मंडी और जिला उपायुक्त कार्यालय परिसर में रखा गया है। करीब दो दर्जन से ज्यादा ट्रकों को शोपियां में एक सुरक्षा शिविर में ले जाया गया है, जबकि अगलर फ्रूट मंडी में लगभग एक दर्जन ट्रक चालकों को रखा गया है।


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