30 क्वार्नटाईन व चार आइसोलेशन केंद्र स्थापित
केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को श्रीनगर में ईरान चीन व अन्य मुल्कों में फंसे कश्मीरी नागरिकों के परिजनों के साथ मुलाकात की है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : चीन, ईरान व अन्य कोरोना वायरस प्रभावित मुल्कों में फंसे कश्मीरी नागरिकों की जल्द वापसी की उम्मीद के बीच श्रीनगर एयरपोर्ट और विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष प्रबंध किए गए हैं। एयरपोर्ट और अन्य स्थानों पर संदिग्ध मरीजों की निगरानी के साथ दर्जनों निगरानी दस्तों का गठन किया गया है। 30 क्वार्नटाईन और चार आइसोलेशन केंद्र स्थापित करने के अलावा शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा में कोरोना की जांच के लिए प्रयोगशाला को भी क्रियाशील बनाया गया है।
कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रशासन ने बीते एक माह के दौरान चीन, ईरान, इटली, दक्षिण कोरिया समेत अन्य देशों में लोगों का पता लगाना शुरू कर दिया है। इसके लिए सार्वजनिक स्थलों और रेडियो पर घोषणा करने के अलावा सोशल मीडिया का भी सहारा लिया जा रहा है। केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को श्रीनगर में ईरान, चीन व अन्य मुल्कों में फंसे कश्मीरी नागरिकों के परिजनों के साथ मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस पीड़ित मुल्कों में फंसे नागरिकों को जल्द सुरक्षित निकाला जाएगा। उन्होंने वादी में कोरोना वायरस से निपटने के प्रबंधों का भी जायजा लिया।
हालांकि आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो मंगलवार दोपहर बाद ईरान व कुछ अन्य मुल्कों में फंसे कश्मीरी नागरिकों की वापसी का सिलसिला शुरू हो जाएगा। इन्हें पहले मानेसर स्थित सेना द्वारा स्थापित क्वार्नटाईन केंद्र में रखा जाएगा। पूरी तरह से स्वस्थ लोगों को ही उनके घरों में सीधे जाने की इजाजत होगी। उनके घरों में ही निगरानी रखी जाएगी। श्रीनगर एयरपोर्ट पर पांच हेल्प डेस्क स्थापित, प्रशिक्षित स्टाफ नियुक्त
श्रीनगर एयरपोर्ट पर प्रशासन ने स्क्रीनिग प्रबंधों को और बेहतर बनाया है। पांच हेल्प डेस्क स्थापित करने के अलावा प्रशिक्षित स्टाफ नियुक्त किया है, जो देश- विदेश से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिग कर रहा है। स्क्रीनिग के बाद ही किसी को एयरपोर्ट के मुख्य परिसर से बाहर आने दिया जा रहा है। एयरपोर्ट पर लगातार घोषणा की जा रही है कि कोई भी स्क्रीनिग की उपेक्षा कर बाहर न निकले। जम्मू एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर भी इस तरह की व्यवस्था की गई है। संदिग्ध मरीज को क्वाईनटाईन केंद्रों में स्थानांतरित किया जा रहा
श्रीनगर में अगर कोई संदिग्ध नजर आता है या उसके बारे में पता चलता है तो उसे विभिन्न अस्पतालों में स्थापित क्वाईनटाईन केंद्रों में स्थानांतरित किया जा रहा है। श्रीनगर के सभी सरकारी अस्पतालों के अलावा नूरा अस्प्ताल, खैबर अस्पताल, किडनी अस्पताल, रमजाना अस्पताल, मॉडर्न अस्पताल, शेख उल आलम अस्पताल, मुबारक अस्पताल, फलोरेंस अस्पताल, अहमद अस्पताल, स्टार अस्पताल और न्यू अस्पताल जैसे निजी अस्पतालों और नर्सिग होम्स में भी आवश्यक सुविधाओं से लैस क्वार्नटाईन केंद्र बनाए गए हैं। जिला उपायुक्त को कोरोना वायरस से निपटने का जिम्मा सौंपा गया
जिला उपायुक्त श्रीनगर डॉ. शाहिद इकबाल चौधरी को श्रीनगर में कोरोना वायरस से निपटने की कवायद की निगरानी का जिम्मा सौंपा गया है। उन्होंने इस संदर्भ में अधिकारियों के साथ बैठकें कर सुविधाओं का जायजा लिया। इसके अलावा प्रशासन ने सेनीटाईजर और मास्क की कालाबाजारी व जमाखोरी करने वाले तत्वों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी हे। 12 होटल क्वार्नटाईन सुविधा के लिए चिन्हित किए गए
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में 12 होटलों को आवश्यकता अनुसार क्वार्नटाईन सुविधा के लिए चिन्हित किया गया है। शेरे कश्मीर आयुर्विज्ञान संस्थान सौरा, एसएमएचएस अस्पताल, सीडी अस्पताल और स्कीमस बेमिना में कोरोना से प्रभावित और संदिग्ध मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। ये डॉक्ट करेंगे टीम का नेतृत्व
श्रीनगर में गठित टीमों का नेतृत्व डॉ. तसद्दुक (9906666077), डॉ. मुमताज (9419062633), डॉ. तारिक (9596007400), डॉ. समीना (9906721302), डॉ. फौजिया (9419078467) व डॉ. हशमत (9419018715) को सौंपा गया है। इसके अलावा जिला उपायुक्त श्रीनगर के कार्यालय में एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। इस कक्ष में चौबीस घंटे गतिशील रहने वाले दो हेल्पलाइन नंबर : 01942457543 और 01942457552 उपलब्ध कराए गए हैं।