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Kashmir: कश्मीर में शब-ए-मेराज की रात को नमाज पर नहीं बनी सहमति

शब-ए-मेराज की रात को पूरी दुनिया में मुस्लिम रात भर मस्जिदों और जियारतगाहों में ही खुदा की इबादत करते हैं। कश्मीर में इस रात हजरतबल दरगाह और जामिया मस्जिद में सबसे बड़ी मजहबी मजलिसें होती हैं। हजरतबल दरगाह में पूरे प्रदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं।

By Edited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 06:22 AM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 06:41 AM (IST)
Kashmir: कश्मीर में शब-ए-मेराज की रात को नमाज पर नहीं बनी सहमति
इस वर्ष यह पर्व 12 मार्च को है।

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर: शब-ए-मेराज की रात को हजरतबल दरगाह समेत वादी की प्रमुख मस्जिदों और जियारतगाहों में सामूहिक नमाज को लेकर मजहबी नेताओं और प्रशासन के बीच वीरवार को हुई बैठक बेनतीजा रही। इस बीच, प्रदेश सरकार ने अधिसूचना जारी कर शब-ए-मेराज के उपलक्ष्य में 11 मार्च 2021 को पहले से घोषित अवकाश का रद कर दिया है।

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अब यह अवकाश 12 मार्च को होगा। शब-ए-मेराज का इस्लाम में बड़ा महत्व है। इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक, इस रात में अल्लाह ने अपने नबी करीम हजरत मुहम्मद साहब को दीदार और मुलाकात के लिए अर्श-ए-आजम (आसमान) में बुलाया था। यह घटना पैगंबर मुहम्मद साहब के जीवन का एक प्रमुख हिस्सा है। इस वर्ष यह पर्व 12 मार्च को है।

शब-ए-मेराज की रात को पूरी दुनिया में मुस्लिम रात भर मस्जिदों और जियारतगाहों में ही खुदा की इबादत करते हैं। कश्मीर में इस रात हजरतबल दरगाह और जामिया मस्जिद में सबसे बड़ी मजहबी मजलिसें होती हैं। हजरतबल दरगाह में पूरे प्रदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं। इसी दरगाह में हजरत मुहम्मद साहब का मुए मुकद्दस संरक्षित है। शब-ए-मेराज के दिन श्रद्धालु इसका दीदार करते हैं।

बीते साल कोरोना वायरस के चलते इस पर्व पर किसी भी मस्जिद में नमाज नहीं हुई थी। अलबत्ता, अब माग हो रही है कि इस बार सामूहिक नमाज और इबादत होनी चाहिए। इस मुद्दे पर फैसला लेने के लिए ही वीरवार को जिला प्रशासन श्रीनगर, पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों, हजरतबल दरगाह प्रबंधन, सज्जादा नशीनों व अन्य मजहबी नेताओं की बैठक हुई।

इसमें कई लोगों ने कहा कि कोरोना महामारी का संकट अभी पूरी तरह नहीं टला है। इसका खतरा बरकरार है, इसलिए रातभर नमाज के लिए मस्जिदों को खुला रखना व सामूहिक नमाज उचित नहीं कही जा सकती। अलबत्ता, मुए मुकद्दस समेत सभी पवित्र अवशेषों को दर्शनार्थ जरूर रखा जाना चाहिए।

बैठक में मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि सभी पक्षों ने अपनी बात रखी है, लेकिन कोई अंतिम फैसला नहीं लिया जा सका है। इस बैठक का पहला दौर खत्म हो गया है। अगले एक-दो दिन में पिर बैठक होगी, जिसमें अंतिम फैसला ले लिया जाएगा।


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