Army Goodwill School: पुणे की संस्था संभालेगी कश्मीर में चार सैन्य गुडविल स्कूल, चिनार कोर से हुआ करार
कश्मीर में बच्चों के बीच ज्ञान का दीया जलाने पुणे की स्वयंसेवी संस्था सामने आई है। इंद्रानी बालन फाउंडेशन उत्तरी कश्मीर में चार सैन्य गुडविल स्कूलों के संचालन और उनके लिए आवश्यक ढांचागत सुविधाओं को जुटाने में वित्तीय मदद भी करेगी। वह विशेष बच्चों के लिए स्कूल भी स्थापित करेगी।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: कश्मीर में लगातार सुधर रहे हालात के बीच बच्चों के बीच ज्ञान का दीया जलाने पुणे स्थित इंद्रानी बालन फाउंडेशन आगे आई है। वह चार सैन्य गुडविल स्कूलों के संचालन और उनके लिए आवश्यक ढांचागत सुविधाओं को जुटाने में वित्तीय मदद भी करेगी। वह विशेष बच्चों के लिए बारामुला में विशेष स्कूल भी स्थापित करेगी।
गौरतलब है कि सेना द्वारा वादी में 28 गुडविल स्कूल चलाए जा रहे हैं। कई जगह इन स्कूलों में स्थानीय छात्रों के लिए छात्रावास की भी व्यवस्था है। सोमवार को चिनार कोर मुख्यालय में चिनार कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बीएस राजू (BS Raju) और इंद्रानी बालन फाउंडेशन के अध्यक्ष पुनीत बालन (Punit Balan) ने समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके मुताबिक उड़ी (Uri), वायन, तरेहगाम (Trehgam) और हाजीनाड़ स्थित चार सैन्य गुडविल स्कूलों के संचालन और वित्तीय मामलों की जिम्मेदारी इंद्रानी बालन फाउंडेशन ही संभालेगी।
जम्मू कश्मीर में 44 गुडविल स्कूल चलाती है सेना
राजू ने कहा कि जम्मू कश्मीर में हमारे 44 गुडविल स्कूल हैं। इनमें से 28 कश्मीर में हैं। इनका सारा खर्च सेना अपने संसाधनों से करती है। इनमें हम स्थानीय बच्चों को सभी आवश्यक शैक्षिक सुविधाओं के साथ बदलते परिवेश के मुताबिक शिक्षा प्रदान करते हैं। हर साल 10 हजार बच्चे इन स्कूलों से शिक्षा ग्रहण करते हैं और अभी तक एक लाख छात्र इन स्कूलों से पास होकर निकल चुके हैं। उन्होंने कहा कि कई बार कुछ वित्तीय दिक्कतें आ जाती हैं, पाठ्यक्रम और स्टाफ को लेकर कई मुद्दे रहते हैं। हम चाहते हैं कि यहां के बच्चे अच्छी शिक्षा ग्रहण करें, वह भी दुनिया के अन्य भागों की तरह शिक्षा के क्षेत्र में जो बदलाव हो रहे हैं,उनसे अवगत रहें। इसलिए वादी में शिक्षा के क्षेत्र को विस्तार देने के लिए हमने इंद्रानी बालन फाउंडेशन के साथ हस्ताक्षर किए हैं।
उम्मीद है कई घराने भी आगे आएंगे: राजू
शुरू में यह संस्था चार स्कूलों का जिम्मा संभालेगी। यह संस्था शिक्षा क्षेत्र में विशेषज्ञता रखती है। इसके पास अच्छा खासा अनुभव है। बीएसराजू ने कहा कि उनके अनुभव का लाभ कश्मीर और कश्मीर की आने वाली पीढ़ी को होगा। मुझे पूरी उम्मीद है कि इसकी देखा देखी देश के कई अन्य बड़े कारपोरेट हाउस भी खुशहाल कश्मीर के निर्माण में सहयोग के लिए सामने आएंगे। पुनीत बालन ने कहा कि हम भी कश्मीर के बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने में सहयोग करना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि कश्मीर के छात्र भी अच्छी शिक्षा प्राप्त करें, यह उनका हक है। हम यथासंभव जिम्मेदारी को निभाएंगे और कश्मीर को आदर्श स्थान बनानें मे मदद करेंगे। हम बारामुला में विशेष बच्चों के लिए शिक्षण संस्थान स्थापित करेंगे। हम संबंधित स्कूलों में बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराएंगे।