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Budgam DDC Poll: बडगाम में 10 जिला पार्षदों का समर्थन लेकर आई थी नेकां पर वोट निकले सात

बडगाम जिला परिषद में नेशनल कांफ्रेंस चेयरमैन के चुनाव से पूर्व 10 सदस्‍यों के समर्थन का दावा कर रही थी। गुप्‍त मतदान के दौरान ऐसा खेल हुआ और दोनों गुटों को सात-सात वोट मिले। उसके बाद किस्‍मत ने भी खेल दिखाया और निर्दलीय नजीर अहमद कुर्सी पर काबिज हो गए।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Published: Tue, 09 Feb 2021 05:00 AM (IST)Updated: Tue, 09 Feb 2021 08:08 AM (IST)
Budgam DDC Poll: बडगाम में 10 जिला पार्षदों का समर्थन लेकर आई थी नेकां पर वोट निकले सात
किस्‍मत ने खेल दिखाया और निर्दलीय नजीर अहमद बड़गाम जिला परिषद की कुर्सी पर काबिज हो गए।

श्रीनगर, राज्‍य ब्यूरो: बडगाम में नेशनल कांफ्रेंस (National Conference) को जीत का पूरा यकीन था। उसके आठ सदस्य चुनाव जीते थे। उसकी सहयोगी जम्मू कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और पीडीपी के पास भी एक-एक सीट है। संख्या बल के लिहाज से 10 सदस्‍यों के समर्थन का दावा करते हुए वह चेयरमैन के चुनाव के लिए पहुंचे। दो निर्दलीय और पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट के दो उम्मीदवार ही गुपकार गठबंधन के दायरे से बाहर थे पर गुप्‍त मतदान के बाद किस्‍मत ने भी खेल दिखाया और निर्दलीय नजीर अहमद कुर्सी पर काबिज हो गए।

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चुनाव से ठीक पहले बीरवाह क्षेत्र से टिकट न मिलने पर पीडीपी छोड़ निर्दलीय चुनाव लडऩे वाले नजीर अहमद खान ने चेयरमैन पद के लिए अपना दावा ठोंक किया। दस सदस्‍यों के समर्थन के साथ नेशनल कांफ्रेंस की तरफ से अब्दुल अहद डार गुपकार गठबंधन के साझा उम्मीदवार के रूप में चेयरमैन के उतरे। डिप्टी चेयरमैन पद के लिए नेकां के नजीर अहमद जहारा उम्मीदवार थे। गुप्‍त मतदान में ऐसा खेल हुआ कि चेयरमैन के लिए दोनों उम्मीदवारों को सात-सात वोट मिले।

इसके बाद चुनाव अधिकारी ने लॉटरी से प्रधान के चुनाव का एलान कर दिया। यहां भी नेकां की किस्‍मत दगा दे गई और लाटरी में नजीर अहमद खान (Nazir Ahmad Khan) चेयरमैन चुन लिए गए। वहीं, नजीर अहमद जहारा डिप्टी चेयरमैन का चुनाव जीत गए।

कौन दे गया दगा: नेकां के तमाम नेता अब यह खोज रहे हैं कि आखिर दगा कौन दे गया। आशंका जताई जा रही है कि अंतिम समय में पीडीपी और कांग्रेस के सदस्‍य निर्दलीय के समर्थन में आ गए। इसके बावजूद नेकां के पास आठ पार्षदों का समर्थन होना चाहिए था।ऐसे में यह तय है कि कम से नेकां के ही एक जिला पार्षद ने अपने पार्टी के अधिकृत प्रत्‍याशी के खिलाफ वोट दिया। इस झटके से नेकां खेमे में मायूसी साफ दिख रही थी।

 

कुपवाड़ा में भी नेकां को उल्टा पड़ा दांव
कुपवाड़ा में पीपुल्स कांफ्रेंस के इरफान पंडित पोरी (Irfan Pundit pori) चेयरमैन बने हैं। निर्दलीय हाजी फारूक डिप्टी चेयरमैन बनाए गए हैं। वह जम्‍मू कश्‍मीर अपनी पार्टी से जुड़े हैं। जेकेएपी ने पीपुल्स कांफ्रेंस के उम्मीदवार के समर्थन का एलान करते हुए मतदान से दूर रहने का एलान किया था। यहां जेकेएपी के पास एक, पीपुल्स कांफ्रेंस के पास पांच और नेकां की चार सीटें हैं। तीन निर्दलीय और एक अवामी इत्तेहाद पार्टी की सीट है।

मुख्य मुकाबला नेकां और पीपुल्स कांफ्रेंस में ही माना जा रहा था। सज्जाद गनी लोन ने इरफान को चेयरमैन को चेयरमैन के लिए उतारा था। मतदान के समय नेकां ने अनुपस्थित रहने का फैसला किया। उसे यकीन था कि उसके संपर्क में रही अवामी इत्तेहाद पार्टी और एक निर्दलीय भी मतदान प्रक्रिया से दूर ही रहेगा। जेकेएपी पहले ही अनुपस्थित रहने का एलान कर चुकी थी। ऐसे में कोरम पूरा न होने पर चुनाव स्थगित हो जाएगा। अलबत्ता, नेकां को दांव उल्टा पड़ा। जेकेएपी, अवामी इत्तेहाद पार्टी और निर्दलीय मतदान करने पहुंच गए। इससे कोरम पूरा हो गया और फिर मतदान करा दिया गया। नेकां ही अनुपस्थित रही और पीपुल्स कांफ्रेंस के इरफान पंडित पोरी व निर्दलीय हाजी फारुक चेयरमैन व डिप्टी चेयरमैन चुन लिए गए।
 

बारामुला में अब 13 को होगा चुनाव
बारामुला में जेकेएपी ने डिप्टी चेयरमैन के चुनाव से दूर रहने और सिर्फ चेयरमैन पद के लिए सफीना बेग के पक्ष में मौजूद रहने का एलान किया था। गुपकार गठबंधन की तरफ से पीडीपी की कुर्रत-उल-बशीर को चेयरमैन पद का उम्मीदवार बनाया गया। साथ ही निर्दलीय इरफान लोन को डिप्टी चेयरमैन के लिए उतारा। पीपुल्स कांफ्रेंस, जेकेएपी और एक निर्दलीय के सहयोग से सफीना के पक्ष में सात वोट नजर आ रहे थे। नेकां, पीडीपी, कांग्रेस और एक निर्दलीय के सहारे गुपकार गठबंधन को भी सात वोट मिलते नजर आ रहे थे। अलबत्ता, गुपकार गठबंधन के सभी दल चुनाव प्रक्रिया से दूर रहे। कोरम के लिए 10 सदस्य चाहिए थे, लेकिन सात ही सभा में थे। इसलिए चुनाव नहीं हो पाया। अब यह 13 फरवरी को होगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ताज मोहउद्दीन और निर्दलीय इरफान लोन ने अलग-अलग बातचीत में कहा कि एक दल विशेष द्वारा सदस्यों की खरीद फरोख्त का प्रयास किया जा रहा था। कुछ पर अनुपस्थित रहने का दबाव बनाया गया था। इसलिए हम लोगों ने बैठक से दूर रहने का फैसला किया।

नेकां ने प्रशासन पर लगाया पक्षपात का आरोप
नेशनल कांफ्रेंस की कुपवाड़ा इकाई के प्रधान और पूर्व मंत्री कैसर जमशीद लोन ने आरोप लगाया है कि जिला विकास परिषद के चेयरमैन व डिप्टी चेयरमैन के चुनाव में सरकारी मशीनरी का रवैया पूरी तरह से पक्षपातपूर्ण रहा है। नियमों की अनदेखी की गई है। उन्होंने कहा कि नियमों के मुताबिक और घोषित कार्यक्रम के अनुसार मतदान सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे तक होना था।

इस दौरान हम मौजूद रहे, लेकिन मतदान की प्रक्रिया को शुरू नहीं किया गया, क्योंकि कोरम पूरा नहीं था। ऐसे में चुनाव स्थगित किया जाना चाहिए था। मतदान की समय सीमा बीतने के साथ ही हम सभागार से बाहर निकल आए और फिर दो बजे संबंधित प्रशासन ने चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन के लिए मतदान करा दिया। मतदान के लिए कुछ निर्दलीयों को जबरदस्ती लाया गया। यह पूरी प्रक्रिया अनुचित थी। हम अनुपस्थित नहीं थे, निर्धारित समयावधि तक हम मौजूद रहे हैं। प्रशासन ने विश्वासघात किया है।


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