J&K Lieutenant Governor Resigns: गिरीश चंद्र मुर्मू का इस्तीफा, राजीव महर्षि हो सकते हैं जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश मुर्मू ने इस्तीफा दे दिया है। यह जानकारी ऑल इंडिया रेडियो ने दी है।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 की समाप्ति का एक साल पूरा होते ही बुधवार देर शाम उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने अचानक इस्तीफा दे दिया। प्रशासनिक खेमे से लेकर सियासी गलियारों में खलबली मच गई। मुर्मू ने देर रात राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इस्तीफा भी सौंप दिया है। अगले सप्ताह सेवानिवृत्त हो रहे नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक राजीव महर्षि को नए उपराज्यपाल की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। जबकि इसी पद की दौड़ में लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) सैयद अता हसनैन, जम्मू कश्मीर पुलिस के पूर्व महानिदेशक अशोक प्रसाद, और पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक के सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार के नाम भी शामिल हैं।
वहीं, राजीव महर्षि देर रात राष्ट्रपति से भी मिले हैं। वहीं, मुर्मू के इस्तीफे का कारणों का पता नहीं चला, लेकिन अफवाहें हैं कि कुछ वरिष्ठ नौकरशाहों के कामकाज से वह खफा थे। सूत्रों के अनुसार, मुर्मू की केंद्र में किसी बड़े ओहदे पर नियुक्ति हो सकती है। देर रात गए तक उपराज्यपाल के इस्तीफे की अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई थी। उनके करीबियों की मानें तो वह बीते कुछ दिनों से लगातार इस विषय पर गंभीरता से विचार कर रहे थे।
नागरिक सचिवालय और स्थानीय हलकों में जारी चर्चाओं को अगर सही माना जाए तो जम्मू-कश्मीर प्रशासन में कुछ वरिष्ठ नौकरशाहों के साथ उनकी पटरी नहीं बैठ रही थी। इस मसले पर उन्होंने कथित तौर पर दिल्ली में गृहमंत्री और प्रधानमंत्री से भी चर्चा की थी। जीसी मुर्मू के इस्तीफे की चर्चा कई दिनों से चल रही थी।
Jammu and Kashmir Lieutenant Governor Girish Murmu resigns: All India Radio pic.twitter.com/B3xZL0tBht — ANI (@ANI) August 5, 2020
स्थानीय हलकों में कयास लगाया जा रहा था कि 15 अगस्त के बाद जम्मू-कश्मीर के प्रशासन में बड़ा उलटफेर होगा। मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रहमण्यम और उपराज्यपाल जीसी मुर्मू को दिल्ली वापस बुलाया जा सकता है या फिर दोनों में से एक ही जम्मू कश्मीर में रहेगा। सभी कार्यक्रम रद कर दिए : इस्तीफे की खबर शाम को सूर्यास्त के साथ ही फैली। इससे पूर्व उन्होंने श्रीनगर में दोपहर से लेकर शाम तक निर्धारित सभी कार्यक्रम रद कर दिए। उन्होंने दिल्ली से आए मीडियाकíमयों के अलावा अन्य उच्चस्तरीय प्रशासनिक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक को भी रद कर दिया। दोपहर करीब 12 बजे के बाद किसी से कोई भेंट नहीं की। इसके बाद वह जम्मू में ही रहे जहां उन्होंने उत्तरी कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी के साथ मुलाकात करने के अलावा प्रशासनिक परिषद की बैठक में हिस्सा लिया।