भटक कर गुलाम कश्मीर पहुंचा किशोर छह माह बाद लौटा
उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे करनाह के चतकारी (कुपवाड़ा) गांव में बहन के घर जाते हुए भटक कर गुलाम कश्मीर जा पहुंचा 16 वर्षीय रईस अहमद छह माह बाद वीरवार को घर लौट आया।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा से सटे करनाह के चतकारी (कुपवाड़ा) गांव में बहन के घर जाते हुए भटक कर गुलाम कश्मीर जा पहुंचा 16 वर्षीय रईस अहमद छह माह बाद वीरवार को घर लौट आया। नियंत्रण रेखा पर हुई झंडा बैठक में सेना व कुपवाड़ा जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी मे किशोर को परिजनों को सौंपा। यह झंडा बैठक एलओसी पर टीटवाल में जम्मू कश्मीर व गुलाम कश्मीर को आपस में जोड़ने वाले पैदल मार्ग पर सुबह सवा ग्यारह बजे हुई। पाकिस्तानी अधिकारियों ने आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद रईस अहमद पुत्र मोहम्मद याकूब कुमार को भारतीय सैन्याधिकारियों के जरिए परिजनों को सौंपा। सुदपोरा गांव के रईस 29 जनवरी का भटक कर गुलाम कश्मीर चला गया था।
पिता मोहम्मद याकूब ने कहा कि हमारे घर में एक समारोह था। उसमें मैंने बेटी और दामाद को बुलाया था। न्योता देने के लिए मैंने रईस को उनके घर भेजा। मेरी बेटी चतकारी गांव में रहती है। यह गांव भी एलओसी पर ही है। शाम होने के कारण मेरा बेटा रास्ता भटक गया और गुलाम कश्मीर पहुंच गया। वहां उसे पाकिस्तानी फौजियों ने पकड़ लिया था। याकूब ने कहा कि पहल तो हम पता नहीं चला कि रईस कहा हैं। हमने पुलिस में उसके लापता होने की रपट भी दर्ज कराई। पता चला कि वह गुलाम कश्मीर पहुंच गया है। जिला प्रशासन और सेना को सूचित किया। हमें रईस के लौटने की उम्मीद नहीं रही थी,लेकिन फौज और जिला प्रशासन ने पाक अधिकारियों के साथ संपर्क कर रईस को लौटाने क लिए कहा। एसएसपी कुपवाड़ा अंबरकर श्रीराम दिनकर ने कहा कि रईस को पाक सेना ने झंडा बैठक में लौटाया है। यह लड़का जनवरी में गुलाम कश्मीर चला गया था। यह लड़का वहां कैसे पहुंचा, जानबूझकर पार गया था या गलती से चला गया, इन सभी पहलुओं की जांच की जाएगी।