Lockdown: जम्मू-कश्मीर में उपभोक्ताओं को अब घर पर मिलेगा राशन
Lockdown कश्मीर में 28 मार्च से लोगों के घरों में राशन की आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में लॉकडाउन के दौरान आम लोगों की दिक्कतों को न्यूनतम बनाने के लिए राज्य प्रशासन ने बुधवार को बड़ा फैसला किया। अब लोगों के घरों पर ही राशन पहुंचाया जाएगा। सभी जिला उपायुक्तों को 30 मार्च से पहले इसे शुरू करने को कहा गया है। कश्मीर में 28 मार्च से लोगों के घरों में राशन की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। गरीबों, बुजुर्गों, बेसहारा, दिव्यांगों में राशन और दवाओं को निशुल्क उपलब्ध कराने के लिए सामाजिक संरक्षण कार्यक्रम भी चलाया गया है। कई जगहों पर झुग्गियों में रहने वालों और दिहाड़ीदारों को राशन के पैकेट भी निशुल्क बांटे गए।
मालूम हो कि प्रदेश में 28,33086 राशन कार्ड धारक परिवार और 1,23,59864 उपभोक्ता हैं। उपराज्यपाल जीसी मुर्मू की अध्यक्षता में मंगलवार शाम हुई प्रशासनिक परिषद की बैठक में सभी राशनकार्ड धारकों को दो माह का राशन अग्रिम तौर पर प्रदान करने और झुग्गियों व बेसहारा लोगों में राशन के पैकेट बांटने का फैसला लिया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान कई जगह दुकानों पर भीड़ लग रही है। इससे सोशल डिस्टेंसिव और लॉकडाउन का मकसद कमजोर पड़ता है। श्रीनगर के उपायुक्त शाहिद इकबाल ने कहा कि श्रीनगर में 1.6 लाख राशनकार्ड उपभोक्ता हैं। हमने अलग-अलग दस्ते तैयार किए हैं। 28 मार्च से सभी राशनकार्ड धारकों को उनके कोटे के मुताबिक अप्रैल व मई माह का राशन देंगे। यह राशन उन्हें उनके घर में पहुंचाया जाएगा। झुग्गियों में रहने वालों और दिहाड़ीदारों को भी राशन के पैकेट निशुल्क वितरित किए जा रहे हैं।
एक माह की पेंशन
प्रशासन ने प्रदेश में सभी पेंशन धारकों के लिए एक माह की पेंशन को तत्काल प्रभाव से जारी करने का फैसला किया है।
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में 21 दिनों के संपूर्ण लॉकडाउन को ऐतिहासिक जंग बताते हुए कांग्रेस नेता व पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने सरकार को दस सूत्रीय फॉर्मूला सुझाया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से खासतौर पर आमलोगों की बढ़ी आर्थिक परेशानियों को देखते हुए उन्हें नकदी और राशन के रूप में तत्काल सहायता मुहैया कराई जानी चाहिए।