Corona Virus : लॉकडाऊन, सामान्य जनजीवन पर असर
कोरोना वायरस के संक्रमण को बढने से रोकने के लिए केंकोरोना वायरस-लॉकडाऊन-सामान्य जनजीवन पर असरद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश और केंद्र शासित लददाख में लाकडाऊन रहा।
श्रीनगर, जागरण संवाददाता । कोरोना वायरस के संक्रमण को बढने से रोकने के लिए केंकोरोना वायरस-लॉकडाऊन-सामान्य जनजीवन पर असरद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में और केंद्र शासित लददाख में लाकडाऊन के कारण बुधवार को सामान्य जनजीवन लगभग ठप रहा। सिर्फ दवा दुकानों और आवश्यक सेवाओं से जुड़े संस्थानों में ही हलचल नजर आयी,अन्यत्र सबकुछ बंद रहा। लोगों की अनावश्यक आवाजाही पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए सड़कों पर अवरोधक लगाए गए हैं। पाबंदियों का उल्लंघन करने वालों को दौड़ाया नहीं जा रहा है बल्कि उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब समझाते हुए सड़क पर ही एक दूसरे से दूर बैठाया जा रहा है।
श्रीनगर नगर निगम ने अपने कार्याधिकार क्षेत्र में अगली सूचना तक किसी भी प्रकार के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही निगम ने पुलिस व अन्य संबधित विभागों से इस पाबंदी को प्रभावी बनाने में सहयेाग का आग्रह किया है। लाकडाऊन का असर मंदिरों, गुरुद्वारों और मस्जिदों पर भी नजर आया।
केंद्र शासित जम्मू कश्मीर प्रदेश में कोराना वायरस से संक्रमित सात लोगों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से दो ठीक हो चुके हैं। केंद्र शासित लददाख राज्य में लगभग एक दर्जन लोगों में कोरोना के लक्षणों की पुष्टि हुई है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर और लददाख मेंं करीब सात हजार लोगों को क्वरटांइन और आईसोलेशन में रखा गया है। लददाख में चुशाेत गांव को पूरी तरह ही क्वरटांइन किया गया है। दोनों केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर व लददाख में विदेश से लौटने वाले स्थानीय नागरिकों की संख्या बहुत ज्यादा है। इनमें अधिकांश बंगलादेश,चीन, ईरान,सऊदी अरब, मलेशिया और इंडोनेशयाा व अमरीका से आए हैं। बाहर से आने वाले सभी लोगों के लिए क्वरटांइन प्रक्रिया का पालन सुनिश्चित बनाया गया है।
जम्मू कश्मीर की पंजाब, हिमाचल और लददाख से सटी सीमा पूरी तरह सील
जम्मू कश्मीर की पंजाब, हिमाचल और लददाख से सटी सीमाओं को पूरी तरह सील रखा गया है। इसके साथ ही लखनपुर से लेकर उत्तरी कश्मीर में एलओसी के साथ सटे जिला कुपवाड़ा तक सभी जिलों में भी सिर्फ आवश्यकसेवाओं से जुड़े विभागीय वाहनों के अलावा हर प्रकार के अन्य वाहनों के दाखिल होने में पूरी तरह रोक लगा दी गई है। शहरों व कस्बों के भीतर भी सभी प्रकार के वाहनों को बंद रखा गया है। लाेगों को बार बार घरों में रहने की ताकीद की जा रही है। घाटी में लॉकडाऊन को यकीनी बनाने के लिए ड्राेन की मदद भी ली जा रही है।
सिर्फ दवा, राशन व अन्य आवश्यक सेवाअों से संबधित दुकानों ही खुली
सिर्फ दवा, राशन व अन्य आवश्यक सेवाअों से संबधित दुकानों ही खुली नजर आयी। इन दुकानों पर भीड़ न जमा हो,इसके लिए वहां स्वयंसेवक और पुलिसकर्मी तैनात रखे गए हें जो खरीददारी के लिए आ रहे लोगों को एक दूसरे से पर्याप्त दूरी पर खड़े रखने की ताकीद कर रहे हैं। इसके अलावा अन्य कोई व्यक्ति जाे लॉकडाऊन का उल्लंघन कर सड़कों पर घूमरहा है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कई जगह पुलिसकर्मियों ने ऐसे लोगों को दंडित करने के लिए उन्हें सड़क पर ही गोला घेरा खींच कर उसमें बैठाया है। विभिन्न सड़कों और गलियों को कंटीलीतारों से बंद किया गया है।
लाकडाऊन का असर आज नवरात्र के शुभारंभ पर मंदिरों में होने वाली पूजा अर्चना पर भी नजर आया
लाकडाऊन का असर आज नवरात्र के शुभारंभ पर मंदिरों में होने वाली पूजा अर्चना पर भी नजर आया। लगभग सभी प्रमुख मंदिरों के कपाट बंद रहे और सिर्फ पुजारी या मंदिर प्रबंधन समितियों के अधिकारियों ने ही आरती और पूजा का अनुष्ठान पूरा किया। गुरुद्वारों में भी आम श्रद्धालुओं की आमद लगभग समाप्त हो चुकी है। मस्जिदों में सिर्फ अजान हो रही है और चंद नमाजी ही मस्जिद में आ रहे हैं। सभी धर्माें के प्रमुख संगठनों और धर्मगुरुओं ने अपने अपने अपने अनुयायियों से आग्रह किया हैकि वह कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मंदिरों, मस्जिदों,गुरुद्वारों,गिरजाघरों में भीड़ की स्थिति पैदा न करें और हालात के सामान्य हेने तक घरों में रहकर ही पूजा, नमाज,प्रार्थना करें।