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जम्मू कश्मीर में सेना व सीआरपीएफ कैंपों पर हमले की साजिश

जेकेएलएफ के संस्थापक मकबूल बट की फांसी की बरसी पर खुफिया एजेंसियों का अलर्ट

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Feb 2020 10:49 AM (IST)Updated: Tue, 11 Feb 2020 10:49 AM (IST)
जम्मू कश्मीर में सेना व सीआरपीएफ कैंपों पर हमले की साजिश
जम्मू कश्मीर में सेना व सीआरपीएफ कैंपों पर हमले की साजिश

जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के संस्थापक मुहम्मद मकबूल बट की फांसी की बरसी पर आतंकी हमले के खुफिया अलर्ट पर जम्मू और कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी है। खुफिया एजेंसियों ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि आतंकियों ने सुरक्षा बलो के शिविरों और संवेदनशील स्थलों में हमले की साजिश रची है। एजेंसियों की रिपोर्ट में कहा है कि तड़के सेना व सीआरपीएफ के कैंप पर आतंकी हमले की साजिश रच रहे हैं। सभी सुरक्षा बल सावधान रहें। नाकों पर जवानों को तैनात कर दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय सीमा की ओर से आने वाले मार्गों पर सुरक्षा कड़ी करने और जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर विशेष नाके लगाकर घाटी से जम्मू की ओर आ रहे वाहनों की जांच करने को कहा गया है। सभी थाना प्रभारियों को रात के समय सतर्क रहने के निर्देश हैं। काबिलेगौर है कि ओवर ग्राउंड वर्कर्स पर नकेल कसने के लिए जम्मू पुलिस ने विशेष अभियान चलाया हुआ है। पुलिस के आतंकवाद विरोधी दस्ते स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की भी मदद ली जा रही है।

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कश्मीर में सुरक्षा कड़ी, रेल सेवा बंद, मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : आतंकी और अलगाववादी संगठनों के बंद के मद्देनजर प्रशासन ने कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को बंद रखा जाएगा। मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर भी पाबंदी रहेगी, लेकिन देर रात गए तक प्रशासन ने पुष्टि नहीं की थी।

आतंकी संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के संस्थापक मकबूल बट की बरसी पर मंगलवार को बड़े हमले की आशंका से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहने का निर्देश दिए हैं। कौन है मकबूल बट

प्रतिबंधित आतंकी संगठन जेकेएलएफ के चेयरमैन मुहम्मद मकबूल बट को 11 अक्टूबर 1984 को दिल्ली की तिहाड़ जेल में फांसी दी थी। वादी में हर साल आतंकी व अलगाववादी संगठन बट की बरसी पर कश्मीर में बंद का आयोजन करते हैं।

जेकेएलएफ ने गत सप्ताह विभिन्न माध्यमों से अलग-अलग बयान जारी कर 11 फरवरी को कश्मीर बंद का एलान किया है। ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस ने भी कथित तौर पर बंद का समर्थन किया है। मंगलवार को वादी में बंद के दौरान राष्ट्रविरोधी प्रदर्शनों और हिसा भड़काने की आशंका को देख प्रशासन ने कश्मीर में सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त किया है। संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाया है। शरारती तत्वों की लगातार निगरानी की जा रही है। सुरक्षा प्रतिष्ठानों, सुरक्षा शिविरों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा कर चाक चौबंद बनाने के अलावा विभिन्न इलाकों में सुरक्षाबलों की गश्त बढ़ा दी है। सभी पुलिस थाना प्रभारियों व अन्य सुरक्षाधिकारियोंको अपने इलाके में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया है। किसी भी हमले से निपटने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश के साथ चिन्हित जगहों प पुलिस और अर्धसैनिकबलों के क्यूआरटी व क्यूएटी दस्ते तैनात किए हैं। सूत्रों ने बताया कि कुछेक इलाकों में निषेधाज्ञा को लागू किया जा सकता है। मोबाइल इंटरनेट सेवा भी प्रभावित रखी जा सकती है। बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को अगले आदेश तक मंगलवार सुबह से शाम तक बंद रखने का निर्देश जारी कर दिया है। यह कदम रेलसंपत्ति और रेल यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर एहतियातन उठाया है।


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